मुरादाबाद में दिल्ली मरकज से लौटे 33 जमाती गिरफ्तार, शहर में छापेमारी Moradabad News
देर रात तक तस्वीर साफ हो जाएगी। यह पता चल जाएगा कि दिल्ली की मरकज मस्जिद में जमात से कुल कितने लोग मुरादाबाद लौटे। सभी की तलाश जारी है।
मुरादाबाद, जेएनएन। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल होकर लौटे 33 जमाती बुधवार को पुलिस की छापेमारी के दौरान मुरादाबाद में मिले। लॉकडाउन के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करके सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ सभी को केंद्रीय पुलिस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है।
एसपी क्राइम के मुताबिक बुधवार को सूचना मिली कि दिल्ली की मरकज मस्जिद में आयोजित जमात में शामिल होने के बाद कुछ लोग मुरादाबाद लौटे हैं। वह करीब एक हफ्ते से मुरादाबाद में विभिन्न मस्जिदों व घरों में रह रहे हैं। इस पर एसपी सिटी अमित कुमार आनंद की टीम ने छापेमारी शुरू की और मुगलपुरा की एक मस्जिद से 13 जमातियों को दबोचा। सभी असम के रहने वाले हैं। जबकि सीओ पूनम सिरोही की टीम ने गलशहीद से दिल्ली के रहने वाले सात जमातियों को पकड़ा। एसपी क्राइम सतीश चंद्र ने कटघर से 13 लोगों को पकड़ा है। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि फिलहाल पूरा आंकड़ा सामने नहीं है। देर रात तक तस्वीर साफ हो जाएगी। यह जरूर पता चल जाएगा है कि दिल्ली से कुल कितने लोग मुरादाबाद लौटे थे। सभी की तलाश जारी है।
मुरादाबाद के तीन गांव में ठहरा था तब्लीगी जमात का इंडोनेशियाई दल
मुरादाबाद : दिल्ली मरकज में शामिल होकर इंडोनेसिया का एक 12 सदस्यीय दल मुरादाबाद की कांठ तहसील के तीन गांव में 11 से 23 मार्च तक ठहरा था। 12 दिन तक यह दल चार मजिस्दों में रुका और तकरीर की थी। इसके बाद सभी चले गए थे। मंगलवार को देर रात खुफिया विभाग की जानकारी पर डीएम राकेश कुमार सिंह व एसएसपी अमित पाठक मेडीकल टीम लेकर कांठ तहसील के अकबरपुर चेंदरी, सलेमपुर और गढ़ी गांव में पहुंचे। दल के साथ आए 25 लोगों की पहचान करके उनके सैंपल लिए और उन्हें गांव में क्वारंटाइन कर दिया। हालांकि इन सदस्यों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं थी। पुलिस प्रशासन को आशंका है कि तकरीर सुनने के लिए करीब 15 सौ लोग आए होंगे। इस बीच मेडीकल टीम ने तकरीर सुनने के लिए पहुंचे 158 लोगों की पहचान करके उनको क्वारंटाइन रहने के निर्देश दिए हैं। इनकी निगरानी के लिए स्थानीय स्तर पर समिति का गठन भी किया गया है। इसके अलावा प्रशासनिक अफसरों ने अपनी देखरेख में तीनों गांव के साथ ही चार मस्जिदों को भी सैनिटाइज किया है।
22 सीटर वैन से आया था दल
कांठ तहसील के अकबरपुर चेंदरी, सलेमपुर के साथ ही गढ़ी गांव में दिल्ली से 11 मार्च को 22 सीटर वैन से इंडोनेसिया का यह दल अकबरपुर चेंदरी गांव में पहुंचा था। लेकिन बाद में अलग-अलग ग्रुप में यह दल सलेमपुर व गढ़ी गांव में गए थे।
अमरोहा के एक व्यक्ति की लोकेशन से हुई जानकारी
दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यालय से अमरोहा के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली थी। जब इस व्यक्ति की मोबाइल लोकेशन देखी गई, तो इन तीनों गांव का पता चला। इसके बाद बाद कांठ गांव में इंडोनेसिया के दल के आने की जानकारी अफसरों को खुफिया विभाग ने भेजी थी।
लोकल इंटेलीजेंस का नेटवर्क हुआ फेल
इंडोनेसिया से आया 12 सदस्यीय दल 12 दिन तक कांठ के गांव में रूकने के बाद चला गया,लेकिन स्थानीय खुफिया विभाग को इस बात की जानकारी भी नहीं लगी।
तीन गांव के लिए बनी 30 टीमें
कांठ तहसील के अकबरपुर चेंदरी,सलेमपुर के साथ ही गढ़ी गांव के लिए 10-10 टीमों का गठन किया गया है। यह टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि इंडोनेसिया से आए लोगों से मिलने के लिए कितने लोग पहुंचे थे।
कांठ के तीन गांव में इंडोनेसिया से आया दल रुका था। सूचना मिलने के बाद इस दल के संपर्क में आए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। सभी का तापमान फिलहाल सामान्य मिला है। सभी को होम क्वारंटाइन के निर्देश दिए गए हैं। गांव के साथ ही धार्मिक स्थल को भी सैनिटाइज कराया गया है।
राकेश कुमार सिंह,जिलाधिकारी
अमरोहा में भी मिले तबलीगी जमात के 64 लोग
अमरोहा : तबलीगी जमात के 64 लोग मिलने से जिले में हड़कंप मच गया है। इनमें से 40 अमरोहा नगर में जबकि 12 डिडौली के गांव फतेहपुर अब्बु में ठहरे थे। इसके अलावा 12 अन्य बछरायूं व धनौरा में मिले हैं। पुलिस के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर जाकर सभी की थर्मल स्क्रीनिंग की। सभी को स्थानीय स्तर पर क्वारंटाइन किया गया है। साथ ही 20 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इनमें आंध्र प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु व बुलंदशहर के लोग शामिल हैं।
रामपुर में अफसरों ने मदरसों पर मारे छापे, छात्रों का कराया स्वास्थ्य परीक्षण
रामपुर : तब्लीगी जमात के लोगों में कोराना वायरस पाए जाने पर प्रशासन ने मदरसों पर भी छापामारी की। यहां रह रहे छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। इसके अलावा दारुल उलूम देवबंद में अरबी की शिक्षा ग्रहण कर रहे 17 छात्र एक सप्ताह पहले घर लौटे हैं। प्रशासन ने इनका भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया है। एसडीएम टांडा गौरव कुमार ने बताया कि बुधवार को जिलेभर में मदरसों पर भी छापामारी की गई। रामपुर शहर में जामेआतुसस्वालेहात में पढ़ रही छात्राओं के बारे में भी जानकारी की। अन्य मदरसों का भी निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने बताया कि मदरसों में जो छात्र-छात्राएं हैं, उन्हें वहीं पर क्वारंटाइन कर रहे हैं।
सम्भल में तीन और जमाती मिले
सम्भल : दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल होने के बाद कई लोग सम्भल भी लौटे हैं। अब तक स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस की मदद से 14 लोगों की पहचान कर ली है। ये सभी लोग तमिलनाडु के रहने वाले हैं। बुधवार को मिया सराय निवासी सम्भल के दो युवकों की पहचान हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन्हें जिला अस्पताल भेजा है। उधर गुन्नौर में एक युवक की पहचान हुई है जो तब्लीगी मरकज में शामिल हुआ था। उसे घर में ही क्वारंटाइन कर दिया गया। अब यहां दस अन्य लोगों के एक धार्मिक स्थल में रुकने की जानकारी सामने आई है। जिनके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों की मदद ले रही है। गुन्नौर के बाघऊ निवासी एक युवक कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका में स्वयं ही सीएचसी पहुंच गया। वहां से उसे जिला अस्पताल भेजा गया है।