घायलों का हाल लेने अस्पताल दौड़ीं दो घंटे की डीएम शिखा
मुरादाबाद जासं फिल्म नायक की तरह हकीकत में कंधों पर प्रशासनिक व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी
मुरादाबाद, जासं: फिल्म नायक की तरह हकीकत में कंधों पर प्रशासनिक व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी आई तो पढ़ाई में टॉपर 25 बेटियों ने इंसाफ भी बिल्कुल 'नायक' की तरह करके दिखाया। इस दौरान डीएम से लेकर एसएसपी की कुर्सी संभालने की उनकी हसरत तो पूरी हुई ही, शासकीय पावर हाथ में आते ही उन्होंने जनहित से जुड़े कई फैसले भी कर डाले। आत्मविश्वास और उत्साह से लबरेज बेटियों ने अनुभवी अफसरों की तरह शनिवार को तय दो घंटे तक सरकारी कामकाज निपटाया। सांकेतिक डीएम शिखाराज सैनी को जैसे ही मुरादाबाद-आगरा हाईवे पर हादसे की सूचना मिली, तुरंत मौके पर पहुंचीं। घायलों का हालचाल जाना। मृतकों के परिजनों से मिलीं। बेटियों की तेजी देख अफसर भी हौसला बढ़ाते नजर आए।
घर पर पहुंची कार, दफ्तर में जोरदार स्वागत
हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की टॉपर छात्राओं को जब दो घंटे की कमान संभालने का निमंत्रण मिला तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं था। दो दिन के इंतजार के बाद शनिवार सुबह तैयार दिखीं। सभी 25 छात्राओं के घर प्रशासनिक अधिकारियों की गाड़ियां आकर रुकीं, जिस पर मुहल्ले भर की नजरें उनपर टिक गईं। छात्राओं को कार से कार्यालय जाते देख गर्व भी हुआ। सरकारी दफ्तर पहुंचने पर सभी का अफसरों की तरह स्वागत हुआ। हालांकि, सीएमओ के लिए नामित श्रष्टि अग्रवाल उपचार के लिए दिल्ली गई हुई थीं जिसके चलते वह कार्यालय नहीं आ सकीं।
घायलों का बेहतर इलाज करने के निर्देश
डीएम राकेश कुमार सिंह छात्रा शिखा राज सैनी और एसएसपी प्रभाकर चौधरी छात्रा मोनिका गुप्ता को स्वयं लेने उनके घर गए। अर्दली ने वहां पहुंचते ही सेल्यूट किया। इसके बाद कार की खिड़की खोलकर बैठाया। कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम कार्यालय में प्रवेश करते ही शिखा का स्वागत कर्मचारियों ने किया। इसके बाद शहीद दिवस पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। डीएम ने दो घंटे की अपनी समकक्ष को कलक्ट्रेट परिसर में सभी कार्यालयों का निरीक्षण कराया। इसी दौरान कुंदरकी के नजदीक हुए हादसे की सूचना आई जिस शिखा राज सैनी एसएसपी की जिम्मेदारी निभा रहीं मोनिका गुप्ता के साथ घायलों का हाल जानने जिला अस्पताल पहुंचीं। यहां उन्होंने अस्पताल स्टाफ को पीड़ितों का बेहतर इलाज करने के निर्देश दिए। यहां से लौटकर शिखा ने फरियादियों की समस्याएं सुनीं। प्रार्थनापत्र सबंधित विभागों को मार्क किए। दोपहर में वे डीएम आवास पर लंच करने पहुंचीं।
डीएम ने कहा- अंगूठा टेक बना दिया
जिस समय कार्यालय में समस्याएं सुनी जा रही थीं, उसी समय कोर्ट संबंधी पेपर पर हस्ताक्षर कराने के लिए कर्मचारी डीएम राकेश कुमार सिंह के पास पहुंचा। उसे देखकर डीएम बनीं शिखा को पूरी प्रक्रिया समझाने के बाद उन पर हस्ताक्षर किए। अंतिम पन्ने पर उन्हें अंगूठा लगाना था। अंगूठा लगाते हुए मजाक में उन्होंने कहा कि नई डीएम आ गई तो मुझे अंगूठा टेक बना दिया।
तीन तलाक पीड़िता को दिलाया इंसाफ
एसएसपी की जिम्मेदारी संभालने वाली मेधावी छात्रा मोनिका गुप्ता ने शिकायतें सुनने के दौरान कटघर क्षेत्र की तीन तलाक पीड़िता का दर्द सुना। उनकी तहरीर पर मुकदमा लिखने के आदेश दिए। साथ ही एक सिपाही परीक्षा की तैयारी के लिए छुट्टी लेने आया था, जिसे स्वीकृत किया। पुलिस लाइंस का भ्रमण किया। इस दौरान मोनिका ने आरमरी व आदेश कक्ष भी देखा। इसके बाद मोनिका व श्रृष्टि को साथ लेकर एसएसपी कैंप कार्यालय पहुंचे। यहां सभी ने लंच किया।