मुआवजे के लिए 25 से करेंगे आमरण अनशन
भारतीय किसान सेना के बैनर तले जमुई सुंदरपुर में चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन लगातर 105वें दिन भी जारी रहा। एनएच 7 के चौड़ीकरण में जा रही भूमि के लिए दिए जा रहे कम मुआवजे के विरोध में किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और शासन और प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ठोस आश्वासन न मिलने से किसानों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : भारतीय किसान सेना के बैनर तले जमुई सुंदरपुर में चल रहा किसानों का धरना प्रदर्शन लगातर 105वें दिन भी जारी रहा। एनएच 7 के चौड़ीकरण में जा रही भूमि के लिए दिए जा रहे कम मुआवजे के विरोध में किसान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं और शासन और प्रशासन द्वारा इस ओर कोई ठोस आश्वासन न मिलने से किसानों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार को किसानों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष रामराज सिंह ने एलान किया कि वह 25 दिसंबर से आमरण अनशन करेंगे। उन्होंने कहा कि गांधी जी के देश में अहिसा के रास्ते पर चलकर ही लड़ाई जीती जा सकती है।
उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन के उपेक्षात्मक रवैए से किसानों का आक्रोश दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। आजादी के 72 साल बाद भी यदि देश का अन्नदाता अपनी भूमि के उचित मुआवजे के लिए धरना प्रदर्शन करे तो यह देश की सरकार के लिए शर्म की बात है। अन्य वक्ताओं ने कहा कि सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देने का प्रावधान भूमि अधिग्रहण कानून में है ऐसे में मुआवजा निर्धारण में प्रशासन स्तर पर अनियमितता बरती गई जो किसानों के साथ अन्याय है। सर्व सम्मति से धरना स्थल पर 15 दिसंबर को एक किसान महापंचायत का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। जिसमें किसानों की सहमति के बाद रेल चक्का जाम की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान डा. धर्मराज सिंह, अमन सिंह पटेल, गनपत मौर्य, सुरेश सिंह, सब्बन खान, गुलाब सिंह, श्यामनारायण यादव आदि थे।