मौसम के तेवर तल्ख, उमसभरी गर्मी से बढ़ी लोगों की बेचैनी
मौसम का सितम लगातार जारी है। तेज धूप और उमस भरी गर्मी से निजात मिलता नहीं दिख रहा है। रविवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज तल्ख रहा। तेज धूप के साथ उमसभरी गर्मी ने लोगों को खूब सताया। उमसभरी गर्मी से परेशान बच्चे अब घाटों का रूख कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मौसम का सितम लगातार जारी है। तेज धूप और उमस भरी गर्मी से निजात मिलता नहीं दिख रहा है। रविवार को एक बार फिर मौसम का मिजाज तल्ख रहा। तेज धूप के साथ उमस भरी गर्मी ने लोगों को खूब सताया। उमस भरी गर्मी से परेशान बच्चे अब घाटों का रूख कर रहे हैं। रविवार को बच्चों ने बरियाघाट पर गंगा में जलक्रीड़ा का आनंद लेते हुए गर्मी से दो-दो हाथ करने का प्रयास किया। घाट पर मौजूद अन्य लोगों ने भी इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और अपने कपड़े उतारकर पानी में जा पहुंचे।
पिछले तीन दिनों से बादल छाए रहने, बारिश के बीच चली ठंडी हवाओं से मौसम सुहावना बना हुआ था। तापमान में आई गिरावट से खुश लोगों को रविवार को फिर उमसभरी गर्मी की समस्या से दो-चार होना पड़ा। कड़ी धूप के कारण लोगों को परेशानियां उठानी पड़ीं। छाते और कैप से कड़ी धूप से तो राहत मिली लेकिन उमस भरी गर्मी ने परेशानियां बढ़ा दीं। कड़ी धूप के बीच आसमान में कहीं-कहीं बादल तैरते दिखाई दिए लेकिन यह बादल कुछ ही देर में गर्मी से उबल रहे लोगों को मुंह चिढ़ाते हुए गायब हो गई। उमस भरी और चिपचिपी गर्मी फील्ड वर्क करने वाले लोगों पर काफी भारी पड़ रही है। उधर गर्मी बढ़ने के साथ ही बीमारियां भी पैर पसारने लगी हैं। वहीं बिजली की आवाजाही से लोग और परेशान दिखें। पूरे दिन लोग गर्मी और चिपचिपाहट से बिलबिलाते रहे। उमस के कारण लोगों ने अजीब तरह की बेचैनी का अनुभव किया। कहीं भी आराम मयस्सर नहीं हो पा रहा था। यहां तक कि पंखा और कूलर की हवा भी फेल रही। गर्मी का असर बाजारों में भी नजर आया। दोपहर में सन्नाटा पसरा रहा। बादल साफ होने से किसानों को एक बार फिर धान की रोपाई की चिता सताने लगी है। किसानों के अनुसार धान की रोपाई के लिए अभी और बारिश की जरूरत है।