जान बचानी है तो जाग जाइए, सड़क पर सतर्कता अपनाइए
कोहरा आ चुका है और इसकी गिरफ्त में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने का तरीका भी ढूंढना जरुरी हो गया है। इसके लिए सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए जागरुकता जानकारी बढ़ाने के साथ ही अन्य उपाय भी किए जाने चाहिए। शनिवार को जिस तरह से दिन भर कोहरा छाया रहा उससे लोगों को समस्या झेलनी पड़ी है। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोहरे का असर दिखने लगा है जिससे बचाव की आवश्यकता है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोहरा आ चुका है और इसकी गिरफ्त में होने वाली दुर्घटनाओं से बचने का तरीका भी ढूंढना जरुरी हो गया है। इसके लिए सड़क पर सुरक्षित चलने के लिए जागरुकता, जानकारी बढ़ाने के साथ ही अन्य उपाय भी किए जाने चाहिए। शनिवार को जिस तरह से दिन भर कोहरा छाया रहा, उससे लोगों को समस्या झेलनी पड़ी है। शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोहरे का असर दिखने लगा है जिससे बचाव की आवश्यकता है।
संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि नए व्हीकल एक्ट के तहत होने वाले नियमों से लोग अंजान बनकर चलते हैं जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं। वाहन कंपनियां भी सुरक्षा के तमाम फीचर अब दे रही हैं लेकिन या तो हम उन्हें जानते नहीं या जानते हैं तो पालन नहीं करते। एआरटीओ रविकांत शुक्ला ने बताया कि कोहरे के समय में जलस्त्रोतों के आसपास बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। जनपद के ज्यादातर हाइवे पहाड़ी क्षेत्रों में हैं जहां पर कोहरे का व्यापक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में हर वाहन स्वामी को फाग लाइट लगाना अनिवार्य है क्योंकि इससे कुछ राहत मिल जाती है। कोहरे की वजह से ही मड़िहान थानाक्षेत्र में भीषण दुर्घटना हुई थी जिसमें 11 लोग मौत की आगोश में चले गए थे। ऐसी दुर्घटना दोबारा न हो इसके लिए प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं की गई। राजगढ़ के ही सेमरी गांव के पास तीव्र मोड़ पर कोहरा खतरनाक बन जाता है। चुनार, लालगंज, हलिया, पड़री सहित कई क्षेत्रों में हाइवे पर कोहरे की मार से अक्सर हादसे हो जाते हैं।
कोहरे में मार्निंग वाक से बचें
मंडलीय अस्पताल के चिकित्सक डा. सुनील सिंह ने बताया कि कोहरा सेहत के लिए भी काफी खतरनाक होता है। इसमें धूल के कण सांस के माध्यम से शरीर में जाते हैं। इससे निमोनिया सहित कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए ज्यादा कोहरा रहे तो सुबह की सैर से भी तौबा कर लेनी चाहिए। साथ ही टहलने के लिए कोहरे में हाइवे या ज्यादा चलने वाली सड़कों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे दुर्घटना का भी डर बना रहता है।
लोगों ने कहा
हर साल बढ़ते जा रहे हादसों को देखते हुए सुबह-शाम ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि हम सावधान रहेंगे तभी लाभ मिलेगा। सिर्फ जानकारी होना काफी नहीं।
- अंजना सिंह
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लंबी दूरी के रास्तों पर कोहरे के समय हाल्ट लेकर चलने में ही फायदा है। जब कोहरा ज्यादा हो तो ड्राइविग नहीं करनी चाहिए क्योंकि इससे समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- सोनू
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गांव की सड़कों के किनारे गड्ढे रहते हैं जो कोहरे में दिखाई नहीं देते। इसकी वजह से लोग अक्सर दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। समस्या यह है कि इस पर कोई काम नहीं हो रहा।
- राकेश कुमार पटेल
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हर साल कोहरे की वजह से जान माल की क्षति होती है। जनपद में कई स्थान तो ऐसे हैं जहां दुर्घटना होती ही होती है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्य नहीं कराया जाता है।
- पवन कुमार
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शहर की प्रमुख सड़कों पर लाइटिग की कोई व्यवस्था नहीं है। जो स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं, वे खराब हो चुकी हैं। यह रात के लिए घातक है क्योंकि सभी लोग इससे परेशान होते हैं।
- धीरज कुमार
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कोहरे में तो सड़क पर चलने लायक नहीं होता। कोई कहीं जाने के लिए कहता है तो भी हम उसे अवाइड करते हैं क्योंकि सुरक्षित चलने में ही भलाई है।
- कंचन चौधरी
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कोहरे से बचाव के टिप्स
- तड़के बाहर निकलने से बचें
- बिना फाग लाइट गाड़ी न चलाएं
- शरीर को पूरी तरह से ढंकें
- घर पर हल्की एक्सरसाइज करें
- बच्चों पर विशेष ध्यान दें
- सड़क पर सतर्क व सावधान रहें
- गाड़ियों के शीशे साफ रखें
- इंडीकेटर, लाइट सही रखें
- हर वाहन में चिकित्सा किट रखें
- सभी इमरजेंसी नंबर साथ रखें