विश्वकर्मा समाज के स्वाभिमान पर चोट
आल इण्डिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में रविवार को बोस पब्लिक स्कूल नरायनपुर के प्रांगण में विश्वकर्मा स्वाभिमान भागीदारी सम्मेलन का आयोजन किया गया।
जागरण संवाददाता, नरायनपुर (मीरजापुर) : आल इण्डिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वावधान में रविवार को बोस पब्लिक स्कूल नरायनपुर के प्रांगण में विश्वकर्मा स्वाभिमान भागीदारी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य वक्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा कि सत्ता में भागीदारी नहीं होने से विश्वकर्मा समाज का हमेशा उपेक्षा होता रहा है। जमात को सम्मान परिक्रमा से नहीं बल्कि पराक्रम से मिलता है।
उन्होंने कहा कि शिल्पकारों की बात कोई नहीं कर रहा है। रामनगर का ताला उद्योग, मीरजापुर का पीतल के बर्तन का उद्योग, चुनार के पाटरी उद्योग, अहरौरा के खिलौना का उद्योग बंद होने के कगार पर आ गया है। हमारे समाज का देश के विकास में काफी योगदान है अपने हुनर व कला संदेश का गौरव बढ़ाने का कार्य किया। पुराणों में भगवान विश्वकर्मा का उल्लेख है श्रृष्टी के सृजन का दिवस विश्वकर्मा जयन्ती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा की जाए। उन्होंने कहा कि काफी संघर्ष के बाद कुछ सुविधाएं मिलने के साथ हस्त शिल्प उद्योग पर से जीएसटी पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया गया। महासभा ने सत्ता में भागीदारी व स्वाभिमान के लिए छोटे-छोटे दलों को मिलाकर विश्वकर्मा शिल्पकार गठबंधन बनाने का निर्णय लिया। अध्यक्षता डा. उषा रानी व संचालन बचाऊ लाल विश्वकर्मा ने किया। इस अवसर पर डा. प्रमोद कुमार विश्वकर्मा, डा. अर¨वद गांधी, श्रीकान्त विश्वकर्मा, प्रदीप विश्वकर्मा, शिवानन्द, सोनल, श्यामबिहारी विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।