लेखपालों के समर्थन में ग्राम विकास व पंचायत अधिकारी
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वावधान में लेखपालों की मांगों पर सरकार ने अभी ध्यान नहीं दिया हैं लेकिन वहीं दूसरी तरफ लेखपालों के आंदोलन को विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थन मिलने का क्रम अनवरत जारी है। शुक्रवार को धरने को उत्तर प्रदेश ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी व मंत्री राजाराम तथा उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अक्षैबरनाथ यादव व जिला मंत्री कृष्ण लाल धरने में शामिल हुए और समर्थन दिया। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा कर्मचारियों संग सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। लेखपालों की मांगों को जायज मानते हुए संघ समर्थन कर रहा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के तत्वावधान में लेखपालों की मांगों पर सरकार ने अभी ध्यान नहीं दिया हैं, लेकिन वहीं दूसरी तरफ लेखपालों के आंदोलन को विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थन मिलने का क्रम अनवरत जारी है। शुक्रवार को धरने को उत्तर प्रदेश ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी व मंत्री राजाराम तथा उत्तर प्रदेश ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष अक्षैबरनाथ यादव व जिला मंत्री कृष्ण लाल धरने में शामिल हुए और समर्थन दिया। ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार द्वारा कर्मचारियों संग सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। लेखपालों की मांगों को जायज मानते हुए संघ समर्थन कर रहा है।
लेखपाल सरकार से पेंशन व एसीपी विसंगति दूर करने, वेतन उच्चीकरण, प्रोन्नति, राजस्व लेखपाल का पद नाम बदलने, आधारभूत सुविधा और कार्य क्षेत्र में काम करने के लिए वाहन भत्ता देने सहित आठ सूत्री मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को दिनेश सरोज ने अध्यक्षता और भीमसेन सक्सेना ने संचालन करते हुए धरनारत लेखपालों का उत्साहवर्धन किया। जिलाध्यक्ष भुवनेश्वर मिश्रा ने कहा कि लेखपालों की जायज मांगों पर सरकार द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। जिलामंत्री अवनीश पटेल ने कहा कि सरकार लेखपालों को क्षेत्र में जाकर काम करने के लिए वाहन भत्ता प्रदान करें। इंद्र प्रताप सिंह, सदर तहसील अध्यक्ष विजय शंकर यादव, तहसील मंत्री बेनू यादव, ईश नारायण तिवारी, सुमन विश्वकर्मा, मधु यादव, सोनी, श्रेया खन्ना, तमन्ना बेगम, बेबी विश्वकर्मा, सुमन यादव, विद्याशंकर, सत्यम सिंह, सुमन, सुनील सिंह, जगदीश सिंह, राम आसरे, धीरज किशोर सिंह, सुशील तिवारी, कृष्ण चंद्र यादव, राजेंद्र सरोज आदि मौजूद रहे।