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आंखों से आंसू निकाल रही बेकाबू होती प्याज की कीमतें

एक बार फिर अचानक बढ़े प्याज के दामों से लोगों की आंखों में आंसू आ गए हैं। एक पखवाड़ा पहले चालीस रुपए बिकने वाला प्याज मौजूदा समय में

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 05:04 PM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 05:04 PM (IST)
आंखों से आंसू निकाल रही 
बेकाबू होती प्याज की कीमतें
आंखों से आंसू निकाल रही बेकाबू होती प्याज की कीमतें

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : एक बार फिर अचानक बढ़े प्याज के दामों से लोगों की आंखों में आंसू आ गए हैं। एक पखवाड़ा पहले चालीस रुपए बिकने वाला प्याज मौजूदा समय में 80 से 90 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। जिससे सलाद में प्याज खाना सपने सरीखा हो गया है। वहीं रसोई में गृहणियों को दाल में तड़का और सब्जियों में छौंका भी भारी पड़ने लगा है। आढ़तियों की मानें तो पिछले दिनों मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में हुई मूसलाधार बारिश में प्याज की फसल बर्बाद होने के चलते इसके दाम उछले हैं। अब देखना यह है कि प्याज के दाम कितने दिनों में ठीक होते हैं। दूसरी ओर सोशल मीडिया पर भी प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर सवाल उठने लगे हैं। फिलहाल महंगाई के चलते प्याज गरीब और मध्य वर्ग की रसोई से गायब सा होता जा रहा है।

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करीब एक पखवारा पहले फुटकर में प्याज तीस-चालीस रुपए बिक रहा था। एकाएक प्याज के दाम में दो गुना तक उछाल आ गया। फुटकर में प्याज अस्सी से नब्बे रुपए प्रति किलो बिक रहा है। वहीं थोक में भी इसके दाम बढ़ गए हैं। चौक बाजार में सब्जी के दुकानदार अंकुश सोनकर ने बताया कि 15-20 दिन पहले प्याज 35-40 रुपये मिल रहा था। तब थोक में प्याज का रेट दुकान पर आकर 45 से 70 रुपए पड़ रहा है। उसमें भी एक बोरी में तीन से चार किलो प्याज खराब हो जाता है। इस वजह से प्याज मंहगा बेच रहे हैं। मंडी के थोक आढ़ती अशरफ राईन ने बताया कि कि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बरसात के चलते प्याज खराब हो गया और नासिक, इंदौर, औरंगाबाद और अहमदनगर जिले ही प्याज की बड़ी मंडी हैं। यहीं से प्याज बनारस आता है फिर चुनार। प्याज की कमी के कारण आवक कम हो गई और दाम बढ़ गए हैं।

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इनसेट

मई जून में यही प्याज बिक रहा था पांच रुपए किलो जिस प्याज की कीमतें आज आसमान छू रही हैं, मई-जून के महीनों में जब किसान इसे मंडियों में लेकर पहुंच रहा था तो तो कीमत कौड़ियों में होती है। ऐसे में सवाल यह भी है कि जब किसान कम रेट में प्याज बेचता है तो आम आदमी आज उसे 80 रुपए में खरीदने के लिए मजबूर क्यों हैं। कहीं न कहीं प्याज की जमाखोरी भी इसकी मुख्य वजह है।


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