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अंडरग्राउंड पुल में पानी भरने से आवागमन बाधित

/नक्सल क्षेत्र राजगढ़ में बना अंडरग्राउंड पुल में भरा पानी। 2 महीने से अंडरग्राउंड पुल में पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है किसान इंटर कॉलेज राजगढ़ से मधुपुर मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है रेलवे विभाग द्वारा पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं किया गया है जिससे

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Oct 2018 08:39 PM (IST)Updated: Sun, 07 Oct 2018 10:42 PM (IST)
अंडरग्राउंड पुल में पानी भरने से आवागमन बाधित
अंडरग्राउंड पुल में पानी भरने से आवागमन बाधित

जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : दो महीने से अंडरग्राउंड पुल में पानी भर जाने से क्षेत्र का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। किसान इंटर कॉलेज राजगढ़ से मधुपुर मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। रेलवे विभाग द्वारा पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं किया गया है जिससे आने जाने वाले लोग व्यापारी सभी वर्ग परेशान हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल से लोगों ने शिकायत की तो उन्होंने कहा का पानी निकलने की व्यवस्था की जाएगी लेकिन एक महीने बीत गए लेकिन अभी तक अंडरग्राउंड पुल से पानी नहीं निकल पाया है।

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लोग 15 से 20 किलोमीटर की दूरी करने को मजबूर हो गए हैं और पूछते हुए आगे जा रहे हैं चाहे स्कूली बच्चे हो छात्र-छात्राएं या व्यापारी वर्ग हो सभी इस अंडर ग्राउंड जलजमाव से परेशान हो रहे हैं। किसान अजय कुमार ¨सह ने कहा कि सरकार केवल दिखावा कर रही है क्षेत्र के लोगों के लिए कोई काम नहीं कर रही है। इस क्षेत्र में नक्सल क्षेत्र होने के नाते सुविधाओं का अभाव हो गया है। अंडरग्राउंड पुल बना दिया गया लेकिन बरसात का पानी भर जाने से पानी निकालने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई, जिससे महीनों से पानी भरा हुआ है। किसान गंगा ¨सह ने कहा कि रास्ता बंद हो जाने से 15 किलोमीटर की दूरी ज्यादा तय करनी पड़ रही है। यही हाल अंडरग्राउंड पुल धनसीरिया- सतौहा संपर्क मार्ग का है। दोनों अंडरग्राउंड पुल केवल शोपीस साबित हो रहे हैं। किसान अखिलेश कुमार ¨सह ने कहा कि अंडरग्राउंड पुल बनने से कोई फायदा नहीं हो रहा है। रेलवे ने मनमाने तरीके से पुल का निर्माण करा दिया। धनसीरिया के ग्राम प्रधान अखिलेश्वर ¨सह ने कहा कि रेलवे विभाग मनमाने तरीके से काम करके चला गया। लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन को पार कर रहे हैं। अगर बड़ी दुर्घटना हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। रोजाना सैकड़ों की संख्या में स्कूली बच्चे छात्र-छात्राएं सभी जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार करने को विवश है प्रधान अखिलेश्वर ¨सह ने कहा कि कोई भी हाकर समाचार पत्र नहीं ला पा रहा है जिससे दो महीने से पेपर पढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 12 किलोमीटर घूमकर मेन रोड पर आ रहे हैं और फिर पेपर लेकर घर को जा रहे हैं।


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