जिले में कोरोना पीड़ित तीन और मिले, सोनभद्र में भी दो संक्रमित
पीजीआई लखनऊ से मंगलवार को कोरोना संदिग्धों की आई रिपोर्ट में जनपद के विभिन्न स्थानों के पांच लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। इसमें तीन जिले के जबकि दो सोनभद्र के निवासी हैं। सभी लोग विध्याचल के आश्रम पद्धति विद्यालय विध्याचल में एक
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पीजीआई लखनऊ से मंगलवार को कोरोना संदिग्धों की आई जांच रिपोर्ट में जिले के तीन लोगों की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिला है। इसके अलावा सोनभद्र निवासी भी दो लोग संक्रमित मिले हैं। सभी लोग विध्याचल के आश्रम पद्धति विद्यालय विध्याचल में क्वारंटाइन हैं जिनका कुछ दिन पहले ही सैंपल लेकर जांच के लिए पीजीआई भेजा गया था। इस तरह जिले में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 19 हो गई जबकि मंडल में कुल 28 मरीज हो गए। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 70 संदिग्धों के स्वैब लेकर जांच के लिए भेजा है। लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या से अधिकारियों के साथ ही आम जनमानस में हड़कंप मचा हुआ है।
सोनभद्र के 15 प्रवासी मजदूर 14 मई को मुंबई से निजी वाहन के माध्यम से घर जा रहे थे जिनको जनपद में रोककर जांच किया गया तो इसमें दो युवक संदिग्ध पाए गए थे जिसके बाद दोनों को विध्याचल स्थित आश्रम पद्धति विद्यालय में क्वारंटाइन कर दिया गया था। वहीं देहात कोतवाली क्षेत्र के नकहरा निवासी युवक भी कुछ लोगों के साथ 14 को ही जनपद में आ गया था। घर जाने पर परिवार के लोगों ने उसे अंदर घुसने नहीं दिया। गांव के बाहर ही एक मकान में रात बिताकर सुबह जांच कराने के बाद ही आने को कहा था। जब वह 15 मई को जांच कराने जिला चिकित्सालय पहुंचा तो उसे संदिग्ध पाया गया। इसके अलावा 15 को ही मुंबई से आए जनपद के पड़री स्थित छित्तमपट्टी व मड़िहान के पटेहरा निवासी युवकों को भी क्वारंटाइन कर दिया गया था। इसकी जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी का थर्मल स्क्रीनिग किया। तीनों के शरीर का तापमान अधिक बताने पर उनको संदिग्ध मानते हुए स्वैब लेकर जांच के लिए पीजीआई लखनऊ भेजा। मंगलवार की सुबह जैसे ही पीजीआई से इनकी रिपोर्ट आई तो सभी को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। जानकारी होते ही जिलाधिकारी ने तीनों गांवों को हॉटस्पाट घोषित करते हुए गांवों को सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया। यही नहीं, इनके संपर्क में आने वाले लोगों की खोजबीन करने का निर्देश दिया। कहा कि जो लोग संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं, वे खुद सामने आकर अपनी जांच करा लें जिससे यह पता चल सके कि वे भी इस वायरस से पीड़ित हैं या नहीं।