मोबाइल फोन से धमकी दे जुर्म करने वालों पर शिकंजा
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिला कारागर से मोबाइल फोन के जरिए संचालित होने वाले अपराधों
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिला कारागर से मोबाइल फोन के जरिए संचालित होने वाले अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए शासन ने जेल के अंदर आठ जैमर लगाए हैं। ये जैमर थ्रीजी सिस्टम के हैं। फोरजी मोबाइल नंबर इसमें जैम नहीं हो पाते हैं। जैमर के बाद भी जेल के अंदर से मोबाइल पर धड़ल्ले से बातचीत होती है। इसको देखते हुए जेल में लगे जैमर के हार्डडिस्क के थ्रीजी के स्थान पर फोर जी का करने के साथ ही परिसर में तीन जैमर और लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है।
सोमभद्र जेल चालू होने के पहले तक इस कारागार में नक्सली रखे गए थे। इसके अलावा कई कुख्यात बंदी रखे गए थे। चार वर्ष पहले जेल से अपराध संचालन की सूचना पर अचानक पड़े छापे में बंदियों के पास से सोलह मोबाइल और बाइस सिम बरामद थे। इसके बाद सोनभद्र के एक बंदी का जेल के अंदर से एक बंदी का फेस बुक अकाउंट की संचालन करते हुए पाया गया था। इसके बाद यह जेल प्रदेश के संवेदनशील जेलों में शुमार कर लिया गया था। सेंट्ल जेलों की तरह इस जेल में भी जैमर लगाए गए । जेल में कुल आठ जैमर लगे है ये जैमरों में थ्रीजी का साफ्ट वेयर लगा है। इसमें थ्री जी मोबाइल तो जैम हो जा रहे है फोर जी मोबाइल धड़ल्ले से काम करते है। तीन माह पहले हैदराबाद से आए विशेषज्ञों की टीम ने जैमर का निरीक्षण किया था। विशेषज्ञों ने जैमर का साफ्ट वेयर बदलने के साथ ही जेल में तीन नए जैमर लगाने का सुझाव दिया गया था। ' जेल में तीन जैमर बढ़ाने और जैमर के साफ्ट वेयर को बदलने का प्रस्ताव विशेषज्ञों द्वारा दिया गया है। यह प्रस्ताव डीआइजी जेल के माध्यम से जेल निदेशालय को भेजा गया है। '
एके राय, जेल अधीक्षक