दो स्पेशल ट्रेनों से पहुंचे प्रवासी, बसों से हुए रवाना
हजारों प्रवासियों को लेकर शनिवार व रविवार को दो स्पेशल ट्रेन मीरजापुर पहुंची। प्रवासियों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्मल स्क्रींनिग जांच कराने के बाद खाने का पैकेट व पानी देकर जिलेवार बसों से उनके गृह जनपदों को रवाना किया गया। इसके पूर्व प्लेटफार्म पर ट्रेन आते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा रेल अधिकारियों ने ताली बजाकर प्रवासियों को स्वागत किया वही श्रमिकों ने भी प्रसन्नतापूर्वक तालियों को जवाब दिया।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रवासियों को लेकर शनिवार व रविवार को दो स्पेशल ट्रेन मीरजापुर पहुंची। प्रवासियों का स्वास्थ्य विभाग द्वारा थर्मल स्क्रींनिग जांच कराने के बाद खाने का पैकेट व पानी देकर उनके गृह जनपदों को रवाना किया गया। इसके पूर्व प्लेटफार्म पर ट्रेन आते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा रेल अधिकारियों ने ताली बजाकर प्रवासियों को स्वागत किया।
लॉकडाउन के 60 वें दिन मीरजापुर में श्रमिक स्पेशल (01938) ट्रेन से कुल 748 श्रमिकों को पुणे से मीरजापुर वापस लाया गया। ट्रेन शनिवार की देर शाम रेलवे स्टेशन पहुंची। प्रवासियों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कोचवार ट्रेन से बाहर लाया गया। इस दौरान मीरजाुपर के 72, सोनभद्र के 40 प्रवासियों के अलावा भदोही और वाराणसी के 35, चंदौली 32, बलिया 71, गाजीपुर 89, आजमगढ़ 30, कुशीनगर 99, गोरखपुर 36, देवरिया व बस्ती 126, सिद्धार्थनगर व फैजाबाद 79 श्रमिक थे। इनको प्रशासन द्वारा 21 बसों में बैठाकर रवाना किया गया। इसी तरह रविवार को दोपहर में कलमाणी (गोवा) स्पेशल (01668) ट्रेन से 16 सौ के लगभग प्रवासी ट्रेन से उतरे। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल, एडीएम यूपी सिंह, एसएस रवींद्र कुमार, सीआइटी परवेज सिद्दकी, आरपीएफ रजनीश राय, जीआरपी उदयशंकर कुशवाहा, कटरा कोतवाल रमेश यादव, महिला थाना प्रभारी सीमा सिंह, एसआइ गीता राय आदि मौजूद थे।
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बसों में चढ़ते समय भूले शारीरिक दूरी
कलमाणी गोवा से पहुंचे प्रवासी श्रमिकों ने अपने गृह जनपदों को पहुंचने के लिए इतने उतावले थे कि वह शारीरिक दूरी का पालन करना भूल गए और धक्का मुक्की करते हुए बसों में चढ़ते हुए नजर आए। हालांकि प्रशासन द्वारा उन्हें बार-बार हिदायत दी जा रही थी लेकिन उनकी बातों को ध्यान नहीं दिया जा रहा था और बसों में बैठने के लिए परेशान रहे।