गांवों के विकास में पंचायत सहायकों की भूमिका अहम : रमाशंकर सिंह
गांवों के विकास में पंचायत सहायकों की भूमिका अहम होती है। नवचयनित ग्राम पंचायत ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करें।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : गांवों के विकास में पंचायत सहायकों की भूमिका अहम होती है। नवचयनित ग्राम पंचायत ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करें। उक्त बातें ऊर्जा राज्यमंत्री रमा शंकर सिंह पटेल ने गुरुवार को पंचायत सहायकों से कहा। कर्तव्यों का पारदर्शी तरीके से निर्वहन के लिए प्रेरित किया। दूधनाथ चुंगी स्थित मां बलिराजी शिक्षण संस्थान में चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान नवनिर्वाचित पंचायत सहायकों को गांव के चतुर्दिक विकास को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र का भी वितरण किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान आनलाइन वित्तीय संसाधन, योजनाओं की कार्ययोजना बनाने, शिकायतों का निस्तारण, भुगतान व स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत ओडीएफ के स्थायित्व व ओडीएफ के प्लस पर जानकारी दी गई। डीपीआरओ मीरजापुर अरविद कुमार, डीपीआरओ भदोही बालेशधर द्विवेदी, जिला कंसलटेंट विनोद कुमार श्रीवास्तव ने शौचालयों के प्रयोग, रखरखाव, सामुदायिक शौचालयों की उपयोगिता, ठोस तथा तरल अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया।
ग्राम पंचायत सहायकों को उनके ग्राम पंचायत में भूमिका व दायित्व तथा पारदर्शी रूप से काम करने के संदर्भ में एडीपीआरओ सोनभद्र राजेश कुमार सिंह ने प्रशिक्षित किया। मंडलीय कंसलटेंट विपिन कुमार, फैकेल्टी मेंबर राजेश कुमार तिवारी, कन्हैया दुबे ने प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षकों ने पंचायत सहायकों को शौचालयों की उपयोगिता, शौचालयों का सर्वे, शौचालय विहीन, पात्र लाभार्थियों की आनलाइन फीडिग एवं सोख्ता गड्ढा व कंपोस्ट गड्ढे के बारे में जानकारी दी। इसके बाद प्रशिक्षणार्थियों ने शपथ लिया कि ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय में बैठकर अपने दायित्व व कर्तव्यों का पारदर्शिता से निर्वहन करेंगे।
एडीओ पंचायत राम नरेश, पंकज वर्मा, खंड प्रेरक दिव्या सिंह, राकेश चौबे रहे। जनपद के 809 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत सहायक तैनात हैं, जिनके द्वारा गांवों के विकास का खाका खींचा जाता है, इसके चलते भी पंचायत सहायकों का प्रशिक्षण अहम माना जाता है।