किसानों के साथ सौतेला व्यवहार, बिचौलियों की चांदी
जागरण संवाददाता मड़िहान (मीरजापुर) तहसील क्षेत्र के किसानों की दशा अत्यंत दयनीय होती चली
जागरण संवाददाता, मड़िहान (मीरजापुर) : तहसील क्षेत्र के किसानों की दशा अत्यंत दयनीय होती चली जा रही है और अधिकारी भी मामले को संज्ञान में न लेकर बल्कि निजी स्वार्थ सिद्धि को लेकर परेशान हैं। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि कलवारी में स्थित खाद्य विभाग की हाट शाखा जो मड़िहान के नाम से संचालित होती है। मड़िहान से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और स्थानीय कस्बा पटेवर, देवरी कला जैसे महत्वपूर्ण गांव को काट दिया गया है बल्कि जंगल किनारे उन गांवों को रखा गया है जहां पैदावार भी कम होती है। वही पटेवर, देवरी कला ,मरचा जमुई आदि गांव को हाट शाखा से बिल्कुल अलग कर दिया गया है जिससे किसान परेशान होकर औने-पौने दाम में धान बिचौलियों को बेचने के लिए विवश हैं।
किसानों ने बताया कि चार दिन पूर्व इंद्रदेव भी रूठ गए थे तो कुछ किसानों की धान की फसलें खेत में ही बर्बाद हो रही हैं हालांकि तहसील के अधिकारियों द्वारा भी कोई सहूलियत अभी तक नहीं मिली है। यहां तक कि शादी विवाह और कर्जे की बात बताने पर भी अधिकारी महज चिन्हित किए गए सेंटरों पर ही धान बेचने की बात बता रहे हैं। जबकि जिन-जिन गांवों में सेंटर बनाया गया है, वहां सेंटर संचालित ही नहीं हो रहे हैं, वहां पर सुविधा बिल्कुल नदारद है। बीते वर्षों में जिस प्रकार इन सेंटरों के द्वारा धांधली की गई थी और किसानों से कम बल्कि बिचौलियों से धान खरीद कर मालामाल हो गए थे। वही एक जगह तो 400 लोगों का बैंक में नहीं बल्कि बेला जंगल में बैठाकर खाता खुलवा दिया गया और सरकारी पेमेंट खातों में कर दिया गया। इनका कोई उससे वास्ता ही नहीं था हालांकि मामला संज्ञान में तब आया जब उनसे जबरदस्ती पैसे की वसूली की जाने लगी।