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राजकीय आइटीआइ कालेज धन के अभाव में अधूरा

जागरण संवाददाता अदलहाट (मीरजापुर) क्षेत्र के भुइलीखास गांव में निर्माणाधीन राजकीय आइटीआ

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Dec 2020 10:43 PM (IST)Updated: Thu, 17 Dec 2020 10:43 PM (IST)
राजकीय आइटीआइ कालेज धन के अभाव में अधूरा
राजकीय आइटीआइ कालेज धन के अभाव में अधूरा

जागरण संवाददाता, अदलहाट (मीरजापुर) : क्षेत्र के भुइलीखास गांव में निर्माणाधीन राजकीय आइटीआइ कालेज धन के अभाव में पूर्ण न होने से जुआड़ियों व नशेड़ियों का अड्डा बनकर रह गया है। भवन निर्माण न होने के कारण क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए दूर स्थित कालेजों में जाने को विवश है। क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए आइटीआइ कालेज पूरा कराने की मांग की है।

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6.27 करोड़ की लागत से बन रहे राजकीय आइटीआइ कालेज भुइली की आधारशिला वर्ष 2015 में रखी गई थी। प्रदेश सरकार ने जिस नियत के साथ इस क्षेत्र के विकास के लिए नींव रखकर क्षेत्र के छात्र-छात्राओं के प्रवेश कराने की ओर बढ़ रहा था, उसके पहले ही चोरों ने कालेज में लगे खिड़की कांच, बिजली के बोर्ड, वायरिग तार, शौचालय व बेसिन में लगे टोटी के साथ ही कमरों में लगे बल्व व ट्यूबलाइट भी खोल ले गए। शरारती तत्वों ने खिड़की में लगे कांच के शीशे को फोड़कर चारो तरफ बिखेर दिया है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि जिस ठेकेदार को निर्माण कार्य करने का टेंडर सौंपा गया था उसने भी धन के अभाव में काम बंद कर दिया। आज आलम यह है कि रखवाली के अभाव में लगभग सभी दरवाजों के ताले टूटे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां धन के अभाव में ठेकेदार काम बीच में ही छोड़कर चला गया। 70 किमी दूर शिक्षा ग्रहण करने आते है छात्र अदलहाट के भुइली आइटीआइ कालेज में प्रवेश लेकर शिक्षण कार्य मीरजापुर आइटीआइ कालेज में चलाया जा रहा है। जिस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कालेज का स्थापना किया गया, वह पूरा होता दिखाई नहीं दे रहा है।


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