शिक्षकों के सीएल व मेडिकल अवकाश स्वीकृति में खेल नहीं
बेसिक शिक्षा विभाग में आकस्मिक व मेडिकल अवकाश पास करने में अब खेल नहीं हो सकेगा। मानव संपदा पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करते ही घर बैठे स्वत स्वीकृत हो जाएगा। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को अवकाश के लिए बीएसए कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश स्वत स्वीकृत होने से बीएसए कार्यालय में शिक्षकों का आर्थिक शोषण नहीं हो सकेगा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : बेसिक शिक्षा विभाग में आकस्मिक व मेडिकल अवकाश पास करने में अब खेल नहीं हो सकेगा। मानव संपदा पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करते ही घर बैठे स्वत: स्वीकृत हो जाएगा। परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों को अवकाश के लिए बीएसए कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। मानव संपदा पोर्टल पर अवकाश स्वत: स्वीकृत होने से बीएसए कार्यालय में शिक्षकों का आर्थिक शोषण नहीं हो सकेगा।
बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों को मिलने वाले अवकाश के नाम पर जमकर खेल होता है और शिक्षकों का आर्थिक शोषण भी किया जाता है। बेसिक शिक्षा विभाग में व्यापक पैमाने पर व्याप्त इस भ्रष्टाचार शासन ने नकेल कसना शुरु कर दिया है। शासन द्वारा बीते एक नवंबर 2019 से परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश को केवल मानव संपदा पोर्टल पर आनलाइन प्रणाली से ही मान्य करने का निर्देश जारी किया है। अर्थात अब मानव संपदा पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करने पर ही अवकाश स्वीकृत होगा। हांलाकि इसके पूर्व सभी शिक्षकों व कर्मचारियों का डाटा मानस संपदा पोर्टल पर अपडेट किया जा रहा है। जिला विकास अधिकारी व प्रभारी बीएसए अजितेंद्र नारायण द्वारा सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का विवरण नियुक्ति तिथि से विवरण अपडेट करने का निर्देश दिया है। मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षक व कर्मचारियेां के प्रथम नियुक्ति से अद्यतन सभी स्थानांतरण, पदोन्नति का डाटा फीड किया जा रहा है।
----
प्राथमिक स्कूल - 1611
उच्च प्राथमिक स्कूल - 601
मल्टी स्टोरी स्कूल - 06
कस्तूरबा विद्यालय - 10
कुल स्कूल - 2228
शिक्षक - 4572
शिक्षामित्र - 2200
अनुदेशक - 700
----
मानव संपदा पोर्टल से कर्मचारियों को अवकाश आदि स्वीकृति में पारदर्शिता आएगी। इससे शिक्षकों को आसानी से अवकाश मिलेगा। सभी खंड शिक्षा अधिकारी 31 अक्टूबर तक अनिवार्य रूप से मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का विवरण अपलोड कराना सुनिश्चित करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
- अजितेंद्र नारायण मिश्र, जिला विकास अधिकारी व प्रभारी बीएसए।