शहादत दिवस पर याद किए शहीद बिस्मिल व अशफाक
भारत माता की आ•ादी के दीवाने राम प्रसाद बिस्मिल, अश़फाक उल्ला खां और रोशन लाल को शहादत दिवस पर नगर के शहीद उद्यान में नमन कर उनकी मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया। लाला लाजपतराय स्मारक साहित्य सदन एवम शहीद उद्यान विकास समिति के अध्यक्ष शिवलाल अवस्थी ने कहा कि कुर्बानियों से मिली आ•ादी को बचाये रखने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है । तीनों क्रांतिकारी वीरों को आज ही के दिन 1927 में काकोरी कांड का आरोपी बनाकर अलग अलग जेल में फांसी दी गई थी।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : शहादत दिवस पर बुधवार को भारत माता की आजादी के दीवाने राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां और रोशन लाल को शहीद उद्यान में नमन कर उनकी मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया। लाला लाजपतराय स्मारक साहित्य सदन व शहीद उद्यान विकास समिति के अध्यक्ष शिवलाल अवस्थी ने कहा कि कुर्बानियों से मिली आजादी को बचाए रखने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है। कहा कि काकोरी कांड के आरोप में राम प्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर, अशफाक उल्ला खां को फैजाबाद और रोशन लाल को नैनी ( इलाहाबाद) में 19 दिसंबर 1927 में फांसी की सजा दी गई थी। देश को गुलामी की जंजीर से मुक्त कराने के लिए अमर सपूतों ने हंसते हंसते अपना बलिदान दे दिया। सचिन कुमार अवस्थी ने कहा कि आजादी के बाद भी अपने ही देश मे अमर सपूत बेगाने बने रहे। वक्ताओं ने अमर शहीदों को नमन कर पुष्पांजलि अर्पित किया। इस मौके पर बालेश्वर पांडेय, विरेश तिवारी, राकेश गुप्ता, बाबूलाल, विनोद ¨सह, दिनकर प्रसाद आदि मौजूद रहे।