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आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादलों को देख किसानों की बढ़ी चिता

जागरण संवाददाता मीरजापुर कई स्थानों पर शुक्रवार को सूर्य भगवान ने दर्शन नहीं दिए हालां

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 06:04 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 06:04 PM (IST)
आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादलों को देख किसानों की बढ़ी चिता
आसमान में उमड़ते-घुमड़ते बादलों को देख किसानों की बढ़ी चिता

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कई स्थानों पर शुक्रवार को सूर्य भगवान ने दर्शन नहीं दिए, हालांकि दोपहर में कुछ देर के लिए दर्शन हुआ लेकिन कुछ देर बाद बादलों ने अपना डेरा जमा लिया। इसके कारण आसमान में बादल उमड़ते घुमड़ते नजर आए। बादलों को देख किसानों के माथे पर चिता की लकीरें खींच आई क्योंकि कई स्थानों पर अभी भी धान की फसलों की कटाई-मड़ाई बाकी है। खेतों में रखे धान की फसलों की सुरक्षा को लेकर किसान चिंतित हैं। वहीं भोर में मौसम ने कोहरे की चादर ओढे़ रखी थी जिसके कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई थी। गर्म कपड़ों में दिखे युवा वर्ग चुनार : शुक्रवार को मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को ठंड का एहसास करा दिया। सुबह आसमान में डेरा जमाए बादलों के चलते मौसम ठंडा हो गया और दोपहर तक आसमान में बादलों की ओट से साथ भगवान भाष्कर की लुकाछिपी चली। ठंडी हवाओं के अहसास को सर्दियों की शुरुआत माना जा रहा है। । मौसम के इस बदलाव से लोग दिन में भी सिहरते नजर आए। वहीं छोटे छोटे बच्चे ठंड से बचने के लिए किले के पास से सूखी टहनियों को बटोर कर ले जाते दिखाई दिए। सुबह से ही तेज हवाओं के बीच आसमान पर बादल छाए रहे। जिससे सर्दी के तेवर और कड़े हो गए। कल तक सिर्फ शर्ट में टहलने वाले युवा भी गर्म कपड़ों में पहने हुए दिखाई दिए। नवंबर के उत्तरा‌र्द्ध में सर्दी के ऐसे तेवर देखकर लोगों आने वाले दिनों में ठंड के मिजाज भांपने के साथ ही गर्म कपड़ों की खरीदारी में जुट गए हैं।

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हलिया : क्षेत्र में एक सप्ताह पूर्व हुई बारिश से जहां धान की फसलें खेतों तथा खलिहानों में भींगने से बड़े पैमाने पर नष्ट हुई थीं वहीं शुक्रवार सुबह से ही आसमान में छाए घने बादलों ने क्षेत्रीय किसानों की चिता बढ़ा दी है। क्षेत्र के बबुरा कलां, सेमरा कलां,बरी,बसुहरा, भटवारी महुगढ़, भटपुरवा, सिकटा मझिगवां, पवांरी कलां आदि गांवों में धान की फसलें खेतों में काटने के लिए पड़ी हुई है। किसान कलंदर वर्मा, गुलाब प्रसाद मिश्र, अरूण दुबे,देवराज सिंह ने बताया कि एक सप्ताह पूर्व हुई बारिश से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा था धान की फसल भींगकर खेतों तथा खलिहानों में चौपट हुई थी यदि फिर से बारिश हुई तो बची खुची फसलें भींगकर नष्ट हो जाएंगी। -------------

घने कोहरे ने रोकी वाहनों की रफ्तार

सीखड़ : इन दिनों घने कोहरे के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। कोहरे ने पूरे क्षेत्र को अपनी आगोश में ले लिया है। इस वजह से सड़कों पर चलने वाले वाहन लाइट जलाने के बाद भी चींटी की रफ्तार से रेंगने लगे हैं। राज्यमार्ग 74 पर मंडी को जाने वाले मालवाहकों को मंडी पहुंचने में भारी कठिनाई हो रही है। रात में मंडी पहुंचने वाले वाहन सुबह पहुंच रही है। वहीं घने कोहरे के कारण मटर, मिर्च आदि के फूलों को नुकसान पहुंच सकता है। अनुमान है कि आने वाले दिनों में घने कोहरे का सामना करना पड़ सकता है।


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