मूलभूत सुविधाओं से वंचित है सारीपुर
ग्रामीण क्षेत्र को शहर से जोड़ने वाला घुरहुपट्टी-सारीपुर मार्ग एक नहीं बल्कि अनेकों समस्या से जूझ रहा है। मूलभूत सुविधाओं के घोर अभाव के कारण यहां के लोग अव्यवस्था पर आंसू बहा रहे हैं। वर्षों पूर्व पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए गए घुरहूपट्टी-सारीपुर मार्ग की हालत इतनी खराब हो गई है कि उस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : ग्रामीण क्षेत्र को शहर से जोड़ने वाला घुरहुपट्टी-सारीपुर मार्ग एक नहीं बल्कि अनेकों समस्या से जूझ रहा है। मूलभूत सुविधाओं के घोर अभाव के कारण यहां के लोग अव्यवस्था पर आंसू बहा रहे हैं। वर्षों पूर्व पीडब्ल्यूडी की ओर से बनाए गए घुरहूपट्टी-सारीपुर मार्ग की हालत इतनी खराब हो गई है कि उस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है। कई बार जिला प्रशासन को जर्जर सड़क को बनवाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों ने पत्रक दिया परंतु प्रशासन लगातार इसकी अनदेखी करता रहा। जबकि नगर के विकास के लिए शासन ने विशेष धन का आवंटन किया है जिससे नगर ही नहीं पूरे जनपद की सड़कों को दुरूस्त किया जा सके। इसके बावजूद ग्रामीण अंचल को नगर से जोड़ने वाले मार्ग की कोई सुधि लेने वाला नहीं है। यहां तक कि सारीपुर में पानी निकासी के लिए नाली की भी व्यवस्था नहीं है। इसके कारण घरों का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। इससे पुरूषों के साथ ही महिलाओं को अधिक परेशानी होती है। जलजमाव के कारण सड़क पर कीचड़ फैल गया है और मार्ग पर चलने वाले राहगीर व वाहन चालक फिसलकर दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। सड़क किनारे गड्ढा होने से जगह-जगह जलजमाव के कारण गंदगी का अंबार लगा हुआ है। बरसात के समय सड़कों पर फैला गंदा पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है। यहां सफाईकर्मी कभी भी नजर नहीं आते हैं। लोग आपसी तालमेल से साफ-सफाई तो कर लेते हैं लेकिन नाली का निर्माण न होने से सड़कों की स्थिति काफी खराब है। ऐसे में मच्छर-मक्खियों के प्रकोप के साथ ही बीमारियों के फैलने का खतरा बना रहता है। सड़क पर कूड़ा व कीचड़ होने से इस मार्ग से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी होती है। हालत यह है कि कई बार लोग बदबू के कारण परेशान हो जाते हैं। बारिश के मौसम में यह बीमारियों की वजह बन जाती है। इससे निजात पाने के लिए बस्तीवासियों ने जिला प्रशासन से उक्त मार्ग को अविलंब बनवाने व नाली निर्माण कराए जाने की मांग की। ------------------------
जोगियाबारी-सारीपुर सड़क की स्थिति बीते तीन वर्षो से इतनी खराब है कि मार्ग पर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।
-अनिल सोनकर।
उबड़-खाबड़ गड्ढायुक्त मार्ग को बनवाने के लिए कई बार जिला प्रशासन से शिकायत की गई, पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
-विजय कुमार बिद।
सड़क के किनारों पर नाली न होने से बरसात सहित लोगों के घरो का पानी सड़क पर बहता है। इसके कारण पूरी सड़क ही नाली मे तब्दील हो गई है।
-साजन सोनकर।
सड़क निर्माण की शिकायत कई बार की गई पर प्रशासन इस ओर बिल्कुल ही ऑख मूदे हुए है।
-राजमनी सोनकर
खराब सड़क पर आए दिन दुर्घटना होती रहती है। प्राय: दो पहिया वाहनों से गिरकर लोग चोटिल होते रहते हैं।
-रविदर सोनकर
बीमार मरीजों को अस्पताल ले जाने में बड़ी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
-कन्हैयालाल। गर्भवती महिलाओं को चिकित्सालय ले जाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता।
-कैलाश सोनकर। योगी राज में पूरे प्रदेश का विकास हो रहा है। जिले में भी सड़कों का कायाकल्प हो रहा है, पर इस सड़क की सुधि लेने वाला कोई नहीं है।
-झल्लो देवी।
पीडब्लूडी से लेकर जिला प्रशासन तक कई बार शिकायत की गई परंतु आजतक कोई परिणाम नहीं निकला।
-सोनी देवी ।
अगर सड़क निर्माण नहीं किया गया तो हम लोग आन्दोलन को बाध्य होंगे।
-धन्नो देवी।
यदि सड़क बन जाए तो हम लोगों को काफी सुविधा होगी और मार्ग पर चलना आसान हो जाएगा।
-लक्ष्मण।
शहर में होने के बावजूद मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। नाली न होने से काफी परेशानी होती है।
-भोनू सोनकर।
प्रशासन के उदासीनता के कारण हम लोगों की स्थिति ग्रामीण क्षेत्रों से बदतर हो गई है।
-चमेला देवी।
विकास का ढिढोरा पीट रहा नगर पालिका की स्थिति यहां आने पर स्वत: स्पष्ट हो जाती है कि विकास किस कदर किया जा रहा है। -माता प्रसाद
यहां के जनप्रतिनिधि भी जनता की समस्याओं के प्रति उदासीन हैं।
रामानंद
सारीपुर की बस्तियों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। लोग सड़क और पानी के लिए तरस रहे हैं।
-विद्या देवी
घुरहूपट्टी से सारीपुर तक ध्वस्त मार्ग को अविलंब ठीक किया जाए। जगह-जगह बने गड्ढे दुर्घटना को आमंत्रण दे रहे हैं।
-कृष्ण कुमार बिद