महिला कर्मचारियों में राहत तो निर्वाचन विभाग की बढ़ी बेचैनी
- जनपद में तैनात हैं 7869 महिला अधिकारी व कर्मचारी - प्रत्येक पोलिग पार्टी में महिला कर्मचारिय
- जनपद में तैनात हैं 7869 महिला अधिकारी व कर्मचारी
- प्रत्येक पोलिग पार्टी में महिला कर्मचारियों की अनिवार्यता हटी
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त मनोज कुमार ने एक जिले में एक ही चरण में चुनाव के साथ ही महिलाओं की ड्यूटी नहीं लगाने का निर्देश दिया है। इसके बाद जनपद की लगभग 7869 महिला अधिकारियों और कर्मचारियों ने राहत की सांस ली, लेकिन निर्वाचन विभाग की मुश्किलें बढ़ गई। कारण निर्वाचन विभाग में 20996 कार्मिकों का विवरण फीड किया गया है। इसमें से महिला कर्मचारियों व अधिकारियों को छोड़ने के बाद 13622 कर्मचारी ही ड्यूटी के लिए बचेंगे।
जनपद के 12 ब्लाकों के 809 ग्राम पंचायतों में पंचायत चुनाव होना है। इसमें 809 ग्राम प्रधान, 10471 ग्राम पंचायत सदस्य, 1092 क्षेत्र पंचायत सदस्य, 44 जिला पंचायत सदस्य पद हैं। जनपद में एक साथ पंचायत चुनाव कराने के लिए 1116 मतदान केंद्र और 2838 मतदान स्थल बनाए जाएंगे। प्रत्येक पोलिग पार्टी में चार कार्मिक तैनात किए जाएंगे। इसके अनुसार 2838 मतदान स्थल के लिए 11352 कार्मिकों की जरूरत पड़ेगी। इसी में से 12 जोनल मजिस्ट्रेट, 105 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 12 निर्वाचन अधिकारी, 105 सहायक निर्वाचन अधिकारी प्रधान व सदस्य, 75 सहायक निर्वाचन अधिकारी बीडीसी के साथ ही प्रत्येक बूथ पर 11352 कार्मिकों की तैनाती की जानी है। इसके साथ ही 2270 कार्मिकों को रिजर्व में भी रखा जाएगा। इस प्रकार एक बार में चुनाव कराने के लिए 13622 अधिकारियों और कर्मचारियों की दरकार है, जो बिना महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए बिना संभव नहीं हो सकेगा। अन्यथा कार्मिकों को अन्य जनपदों से बुलाना पड़ेगा।
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पंचायत चुनाव में प्रत्येक बूथ पर महिलाओं की तैनाती की बाध्यता आयोग ने हटा दिया है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए आवश्यकतानुसार ड्यूटी लगाई जाएगी।
- यूपी सिंह, एडीएम वित्त व राजस्व, मीरजापुर।