महंगाई से खोखली हो चुकी है जनता : भाकपा
वामपंथी दलों ने जनसमस्याओं को लेकर लोकतांत्रिक ढंग से आवाज उठाई और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति व राज्यपाल को सूत्रीय मांग पत्र भेजा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : वामपंथी दलों ने जनसमस्याओं को लेकर लोकतांत्रिक ढंग से आवाज उठाई और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति व राज्यपाल को सूत्रीय मांग पत्र भेजा। जिला सचिव सुरेश कोल ने कहा कि देश-प्रदेश के हालात चिताजनक बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण के प्रसार व उससे हो रही मौतों से जनता को अमानवीय यातनाएं झेलनी पड़ रही है। वहीं कानून व्यवस्था बदतर हो गई है। पुलिसिया उत्पीड़न सातवें आसमान पर है। रोजगार देने के सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। इससे कई बेरोजगार भटक कर अपराध की ओर प्रवृत्त हो रहे हैं। आशाराम भारती ने कहा कि बिजली समस्या ने तो सबको छका रखा है। मंडी कानून समाप्ति ने किसानों को कार्पोरेट्स के हाथों लूटने की राह आसान कर दी है। पेट्रोल-डीजल, गैस, बिजली की महंगाई से जनता खोखली हो चुकी है। वहीं सत्यनरायन सोनी ने कहा कि आनलाइन कक्षाओं का लाभ गरीब परिवार के बच्चों को नहीं मिल पाने से माता-पिता काफी परेशान हैं। आनलाइन कक्षाएं चलने से आधी आबादी पढ़ाई से वंचित रह जाएगी। इससे सामाजिक संतुलन और अधिक बिगड़ जाएगा। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति से जनसमस्याओं के निस्तारण की मांग की।