दोनों तिहरा हत्याकांड खोलने में पुलिस रही नाकाम
जागरण संवाददाता मीरजापुर जनपदीय पुलिस लालगंज के बामी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपदीय पुलिस लालगंज के बामी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड का अभी पर्दाफाश नहीं कर पाई थी कि चुनार के नंदूपुर गांव में 14 मार्च को एक और तिहरा हत्याकांड हो गया। बार्डर सील होने के बावजूद हत्यारोपित चुनार में तीन युवकों की हत्या कर शव फेंककर फरार हो गए और किसी को भनक तक नहीं लगी। दो-दो तिहरे हत्याकांड का मामला लेकर पुलिस परेशान है। मामले का पर्दाफाश करने के लिए बिहार की खाक छान रही है, लेकिन हत्यारोपित अभी तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए हैं।
एक दिसंबर 2020 को लालगंज के बामी गांव निवासी बालक सुधांशु, शिवम व हरिओम तिवारी गांव में बेर खाने निकले थे और इसी दौरान लापता हो गए। खोजबीन की गई तो दूसरे दिन उनका शव विध्याचल के लेहड़िया बंधी में मिला। शव की स्थिति देखकर परिवार के लोगों ने उनकी आंखें फोड़कर हत्या किए जाने की आशंका जताई थी। बड़ी घटना होने पर एडीजी जोन बृजभूषण शर्मा ने एएसपी आपरेशन महेश अत्री के नेतृत्व में एसआइटी टीम का गठन किया था। यहां तक कि एटीएस की एक टीम को भी घटना खोलने में लगाया गया था। दोनों टीमों ने दिन-रात मेहनत भी की, लेकिन उनके सारे दांव फेल हो गए। घटना के बीते तीन महीने से अधिक का समय गुजर चुका है, लेकिन पुलिस इस तिहरे हत्याकांड को नहीं खोल पाई। इसी बीच अज्ञात बदमाश चुनार के नंदूपुर गांव में बिहार के पिटू सिंह, राजकुमार यादव व ओम कुमार की गोली मारकर हत्या करने के बाद शव को फेंककर फरार हो गए। सबसे बड़ी बात यह है कि 14 मार्च को राष्ट्रपति राम नाथ कोविद जिले में आए हुए थे। वाराणसी व मीरजापुर की सरहदें सील थीं। बावजूद इसके बदमाश तीन लोगों की हत्या का शव यहां फेंकने में कामयाब हो गए। यह पुलिस के सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। वर्जन चुनार में हुए तिहरे हत्याकांड को जल्द खोल दिया जाएगा। इसमें पुलिस लगी हुई है और जल्द सफलता भी मिलने वाली है।
महेश कुमार अत्री अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन