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दो घंटे बाद एल-टू में भर्ती किए जा रहे गंभीर मरीज

जागरण संवाददाता मीरजापुर एल-टू चिकित्सालय के कर्मचारियों की ओर से कोरोना के मरीजों

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 05:55 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 05:55 PM (IST)
दो घंटे बाद एल-टू में भर्ती किए जा रहे गंभीर मरीज
दो घंटे बाद एल-टू में भर्ती किए जा रहे गंभीर मरीज

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एल-टू चिकित्सालय के कर्मचारियों की ओर से कोरोना के मरीजों को भर्ती करने में घोर लापरवाही बरती जा रही है। कभी कागजों के तो कभी बेड नहीं खाली होने के नाम पर मरीजों को परेशान किया जा रहा है। इसके चलते मरीज दो घंटे तक अस्पताल के बाहर ही एंबुलेंस में तड़पने को मजबूर हैं। देरी होने से मरीजों की हालत तो गंभीर हो रही है। एंबुलेंस को भी काफी देर तक खड़ा कराने से वह दूसरे संक्रमित को नहीं ला पा रहे हैं।

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ट्रामा सेंटर स्थित एल-टू के कर्मचारी मरीजों को भर्ती करने से लेकर इलाज करने में घोर लापरवाही बरत रहे हैं। कर्मचारी मरीज को भर्ती करने में दो घंटे का समय लगा रहे हैं। किसी तरह भर्ती कर भी लिए तो उसका इलाज नहीं कर रहे हैं। सफाई कर्मी के सहारे उसका इलाज किया जा रहा है। सफाई कर्मी ही मरीज के पास पहुंचकर उसकी परेशानी पूछता है और डाक्टरों को इसके बारे में बताता तो वे उसी से दवा भेजवा दे रहे हैं। मरीजों का आरोप है कि वे खुद उनको देखने नहीं आ रहे हैं। बुलाने पर भी नहीं आते हैं। उनका कहना है कि उनको जो दिक्कत है, उसके बारे में सफाई कर्मी को बता दें। उससे वे दवा भेजवा देंगे। यह सुन मरीज परेशान हो रहे हैं। चिकित्सकों और कर्मचारियों की लापरवाही का मामला नगर विधायक रत्नाकर मिश्रा भी उठा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि एल-टू के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण उनके पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता नारायण अग्रवाल की मौत हो गई थी। केस नंबर एक

नगर के बरौधा निवासी देव कुमार सिंह (60) को एंबुलेंस लेकर एल-टू चिकित्सालय पहुंची। वहां कर्मचारियों ने दो घंटे तक एंबुलेंस को खड़ी कराने के बाद मरीजों को बेड न होने की बात बताते हुए विध्याचल सीएचसी भेज दिया। एंबुलेंस मरीज को लेकर वहां पहुंची तो वहां के चिकित्सकों ने बेड नहीं खाली होने की बात बताते हुए लेने से इन्कार कर दिया। व्यवस्था ध्वस्त देखकर परिजन अपने मरीजों को घर उठा ले गए। कहा कि जो होगा देखा जाएगा। घर पर ही इलाज होगा। केस नंबर दो

नगर निवासी राजेश कुमार को सोमवार को एल-टू चिकित्सालय ले जाया गया। उनको भी भर्ती करने में दो घंटे का समय लगाया गया। तब तक उनकी हालत गंभीर हो गई। यह सब कर्मचारियों की लापरवाही के कारण हो रहा है। अगर मरीज को जल्द भर्ती कर लिया जाए तो उसकी स्थिति बिगड़ने से बच जाए। वर्जन

एल-टू चिकित्सालय में मरीजों को भर्ती करने में कोई देरी कर रहा है तो इसके बारे में जानकारी ली जाएगी। ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। अस्पताल में आक्सीजन वाले बेड कम हैं। इससे गंभीर मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत आ रही है।

- डा. पीडी गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी


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