बसों का संचालन बंद होने से यात्री परेशान
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शासन द्वारा 31 मार्च तक रोडवेज की बसों के संचालन पर पाबंदी लगाए जाने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि छोटे वाहनों का संचालन होने से थोड़ी बहुत लोगों ने राहत की सास ली है। लेकिन देश हित में उठाए गए कदम की सभी ने सराहना की।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शासन द्वारा 31 मार्च तक रोडवेज की बसों के संचालन पर पाबंदी लगाए जाने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि छोटे वाहनों का संचालन होने से थोड़ी बहुत लोगों ने राहत की सांस ली है। लेकिन देश हित में उठाए गए कदम की सभी ने सराहना की।
जिले के परिवहन निगम से डेढ़ सौ बसे चलती है। जो बनारस, जौनपुर, सोनभद्र, रीवा, प्रयागराज, भदोही, आजमगढ़, मऊ, गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, बरेली, गाजीपुर, चंदौली, आदि जिलों के यात्रियों को लेकर जाती है। जिसमें प्रतिदिन लगभग एक लाख यात्री सफर करते हैं। इसमें कुछ मरीज होते हैं तो कुछ छात्र रहते हैं। व्यापारी वर्ग के लोगों का भी आना जाना होता है। जो थोड़े पैसे में बनारस समेत अन्य जनपदों में जाकर वहां दिनभर काम करने के बाद शाम को अपने घर लौट आते हैं। ऐसे में बसों का संचालन बंद होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। एक सप्ताह तक इसपर रोक लगाए जाने से सभी चितित है। हालांकि छोटे वाहन चलने से लोगों ने राहत की सांस ली है। कहा कि बस व ट्रेन चलने से वे आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच जाते थे लेकिन अब थोड़ी दिक्कत हो रही है। हालांकि रोडवेज में बस पकड़ने आए यात्री राजेश, निशा, लवकुश आदि का कहना है कि इससे थोड़ी परेशानी हो रही है लेकिन कुछ हद तक ठीक भी है। क्योंकि कोरोना फैल गया तो उसपर काबू पाना मुश्किल होगा।