ट्रेन के नीचे गिरने के बाद भी यात्री को नहीं आया खरोंच
जागरण संवाददाता मीरजापुर जाको राखे साइयां मार सके न कोय। ये कहावत गुरुवार की शाम
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जाको राखे साइयां, मार सके न कोय''। ये कहावत गुरुवार की शाम मीरजापुर रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। हावड़ा की तरफ जाने वाली नंदन कानन एक्सप्रेस (02816) ट्रेन में चढ़ने के चक्कर में एक यात्री का पैर फिसल गया और वह ट्रेन के नीचे चला गया। यह देख स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ के हेड कांस्टेबल ने उसकी जान बचाने के लिए दौड़ पड़े और उसे प्लेटफार्म की तरफ हाथ पकड़कर दबाए रखा जब तक ट्रेन चली नहीं गई। ट्रेन जाते ही उसे बाहर निकाला गया लेकिन यात्री को खरोंच तक नहीं आई। इस दौरान ट्रेन में सवार यात्रियों ने चेन पुलिग करने का प्रयास किया लेकिन ट्रेन नहीं रुकी।
देहात कोतवाली क्षेत्र के घुरहूपट्टी निवासी दिलीप चौहान (25) शाम को नंदन कानन एक्सप्रेस से जाने के लिए स्टेशन पर पहुंचा लेकिन देर हो जाने के कारण ट्रेन स्टेशन से चल दी थी। यह देख वह दौड़कर ट्रेन के अंदर अपना सामान फेंक दिया और चढ़ने का प्रयास किया लेकिन इसी बीच उसका पैर फिसल गया और वह प्लेटफार्म से नीचे चला गया लेकिन पीठ उसकी ट्रेन तरफ थी और मुंह प्लेटफार्म की तरफ था। यात्रियों द्वारा शोरगुल मचाने पर आरपीएफ के हेड कांस्टेबल धर्मेंद्र मिश्रा ने दौड़कर उसका हाथ प्लेटफार्म की ओर खींचकर दबाए रखा जब ट्रेन चली गई तो बाहर निकालकर थाने पर ले गए। यात्री इतना डरा सहमा था कि कुछ बता नहीं पा रहा था। हालांकि कुछ देर बाद अपने आपको संभालते हुए नाम व पता बताया। आरपीएफ प्रभारी रजनीश राय ने बताया कि यात्री की हालत कुछ ठीक नहीं लग रही थी लेकिन नाम पता बताने के बाद उसे छोड़ दिया गया है।