धुरिहा घाट पंप कैनाल से नौ सौ हेक्टेयर भूमि होगी सिचित
हलिया विकास खंड के ग्राम पंचायत देवघटा पांडेय में 13 करोड़ रुपये की लागत से बेलन नदी के धुरिहा घाट पर पंप कैनाल लघुडाल नहर निर्माण द्वारा कार्य कराया जा रहा है। पंप कैनाल का कार्य पूरा हो जाने के बाद विकास खंड के आठ गांवों के सैकड़ों बीघे असिचित भूमि सिचित हो जाएगी।
जागरण संवाददाता, ड्रमंडगंज (मीरजापुर) : हलिया विकास खंड के ग्राम पंचायत देवघटा पांडेय में 13 करोड़ रुपये की लागत से बेलन नदी के धुरिहा घाट पर पंप कैनाल लघुडाल नहर निर्माण द्वारा कार्य कराया जा रहा है। पंप कैनाल का कार्य पूरा हो जाने के बाद विकास खंड के आठ गांवों के सैकड़ों बीघे असिचित भूमि सिचित हो जाएगी। साथ ही किसानों की फसल पानी हो जाने से अधिक पैदावार होगी। हालांकि किसानों के लिए धुरिहा घाट पंप कैनाल वरदान साबित होगी और किसानों को खेती के लिए पानी पर्याप्त मिलेगी।
लघु डाल नहर के अधिशासी अभियंता विश्वविजय कृष्णा ने बताया कि धुरिहा पंप कैनाल का कार्य वर्ष 2014 से चल रहा है और मार्च 2020 तक पूरा करा लिया जाएगा। पंप कैनाल का कार्य पूरा हो जाने के बाद विकास खंड के देवघटा, धुरिहा, खरिहट, चौराही, तेंदुआर, बसकुडिया, खम्हरिया, शुक्लपट्टी आदि गांव के किसानों के 900 हेक्टेयर किसानों के लिए वरदान साबित होगी। पंप कैनाल में 20 क्यूसेक की क्षमता के दो मोटर, पंप तीन मोटर, तीन पाइप, दस- दस क्यूसेक दो चलित एक रिजर्व रखा गया है। परियोजना को ट्रायल के लिए मवईखुर्द के लिए चालू किया गया है। जिससे मवई खुर्द, बसकुडिया सहित चार गांव के किसानों की सिचाई हो रही है और अन्य गांवों के सिचाई के लिए परियोजना को पूरा कराने के लिए कार्य चल रहा है। बताया कि मार्च तक कार्य पूर्ण हो जाएगा। यह परियोजना 1200 मीटर जिसमें मवई खुर्द के लिए 1.2 किमी, 1.5किमी चौराही, 700 मीटर खरिहट के लिए है। इस परियोजना के पूरा हो जाने से आठ गांव के किसानों के लिए वरदान साबित होगी। देवघटा गांव धुरिहा घाट से सिचित नहीं हो पा रहा है जिसे भी सिचित कराने के लिए अधिशासी अभियंता द्वारा प्रयास किया जा रहा है। देवघटा पांडेय, मवईखूर्द सहित आठ गांव के किसानों के लिए धुरिहा घाट पंप कैनाल वरदान साबित होगी और किसानों को खेती के लिए पर्याप्त पानी मिलेगी।