Move to Jagran APP

सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर दिया शांति-एकता का संदेश

सशस्त्र सेना झंड दिवस शनिवार को मनाया गया। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल अनिल कुमार द्वारा मंडलायुक्त जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को प्रतीक झंडा लगाया गया। इस अवसर पर अधिकारियों ने कहा हमारे देश की सशस्त्र सेनाओं ने विषम परिस्थितियों और दुष्कर इलाकों में अपना कर्तव्य निभाते हुए देश की एकता अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Dec 2019 07:11 PM (IST)Updated: Sat, 07 Dec 2019 11:38 PM (IST)
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर  दिया शांति-एकता का संदेश
सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर दिया शांति-एकता का संदेश

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सशस्त्र सेना झंड दिवस शनिवार को मनाया गया। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल अनिल कुमार द्वारा मंडलायुक्त, जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को प्रतीक झंडा लगाया गया। अधिकारियों ने कहा हमारे देश की सशस्त्र सेनाओं ने विषम परिस्थितियों और दुष्कर इलाकों में कर्तव्य निभाते हुए देश की एकता, अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखा है।

prime article banner

मंडलायुक्त प्रीति शुक्ला ने सैनिकों के प्रति अपना आभार व सम्मान व्यक्त किया और प्रशंसा की। मंडलायुक्त ने यह कहा कि हमें सशस्त्र सेनाओं पर बहुत गर्व है जो कि देश की सेवा में सदैव तत्पर व समर्पित हैं। युद्ध एवं शांतिकाल में, निहायत ही प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करते हुए हमारे देश के सैनिकों ने आवश्यकता की हर घड़ी में राष्ट्र सेवा के लिए जीवन समर्पित किया है। जिलाधिकारी कार्यालय में ही पुलिस अधीक्षक को भी प्रतीक झंडा लगाया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आंतरिक सुरक्षा और प्राकृतिक आपदाओं में भी सशस्त्र सेनाओं ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए प्रशासन की सहायता भी करते रहे हैं। जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल अनिल कुमार ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस निधि की स्थापना पूर्व सैनिकों के कल्याण हेतु आम जनता से योगदान प्राप्त करने के उद्देश्य से की गई। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रत्येक वर्ष सात दिसंबर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाया जाता है। कहा कि हमारी सशस्त्र सेनाओं ने देश की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए रखने में हमेशा अनुकरणीय साहस और देशभक्ति का प्रदर्शन किया है। इस अवसर पर जनपद के तमाम अधिकारी एवं कर्मचारीगण जिसमें दशवंत सिंह, गोरखनाथ सिंह, ताराशंकर दूबे, असलम, ज्ञान दूबे आदि मौजूद रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.