फर्जी बीएड की डिग्री से नौकरी करने वाले शिक्षकों पर शिकंजा
डा. भीमराव अंबडेकर विश्वविद्यालय आगरा से फर्जी बीएड डिग्री लेकर नौकरी हथियाने वाले शिक्षकों पर जल्द ही कार्रवाई होगी इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों का चिन्हाकन करने में जुट गया है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से फर्जी बीएड डिग्री लेकर नौकरी हथियाने वाले शिक्षकों पर जल्द ही कार्रवाई होगी, इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ऐसे शिक्षकों का चिह्नांकन करने में जुट गया है। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) जांच में वर्ष 2004-05 और वर्ष 2005-06 की बीएड की डिग्री में भारी गड़बड़ी मिली है, जिसके बाद बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने फर्जी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई शुरु कर दिया है।
स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच रिपोर्ट के बाद शिक्षा निदेशक बेसिक लखनऊ और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के सचिव द्वारा वर्ष 2004-05 के बाद डा. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से वर्ष 2004-05 और वर्ष 2005-06 में बीएड करने वाले शिक्षकों की नौकरी समाप्त करने का आदेश दिया है। इसके बाद से जनपद में इन वर्षो में बीएड करने वाले शिक्षकों का चिह्नांकन शुरू हो गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से एक सप्ताह में ऐसे शिक्षकों की सूची सहित रिपोर्ट मांगा है, जिन्होंने वर्ष 2004-05 और वर्ष 2005-06 में बीएड किया है। विभागीय जांच शुरु होने से विभाग में खलबली मच गई है।बीएसए ने कहा कि ऐसे शिक्षकों की सूचना छिपाने पर संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ ही कार्रवाई की जाएगी।
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शिक्षा निदेशक बेसिक लखनऊ और उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के सचिव के निर्देशानुसार कार्रवाई की जा रही है। जांच के दौरान यदि कोई शिक्षक इसमें पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी।
- प्रवीण कुमार तिवारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, मीरजापुर ।