जॉब कार्ड से भ्रष्टाचार मामले की तीन दिन में जांच
सिटी ब्लाक के अर्जुनपुर पाठक तरकापुर व वीरपुर गांवों में कथित ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों द्वारा जाब कार्ड से बिना काम किए ही भुगतान के मामले की जांच रिपोर्ट तीन दिन में मांगी गई है। सीडीओ अविनाश सिंह ने डीआरडीए के पीडी डीडीओ व डीपीआरओ की तीन सदस्यीय टीम का गठन कर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सिटी ब्लाक के अर्जुनपुर पाठक, तरकापुर व वीरपुर गांवों में कथित ग्राम प्रधान प्रतिनिधियों द्वारा जॉब कार्ड से बिना काम किए ही भुगतान के मामले की जांच रिपोर्ट तीन दिन में मांगी गई है।
सीडीओ अविनाश सिंह ने डीआरडीए के पीडी, डीडीओ व डीपीआरओ की तीन सदस्यीय टीम का गठन कर मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। यह प्रकरण दैनिक जागरण के चार जुलाई के अंक में मनरेगा में 'जाब कार्ड से घोटाला, बिना काम किए भुगतान' शीर्षक से प्रकाशित की थी।
सिटी ब्लाक के अर्जुनपुर पाठक गांव में महिला ग्राम प्रधान ने चौंकाते हुए खुलासा किया था कि उन्हें गांव के किसी भी विकास कार्य की जानकारी नहीं है। सारा कार्य तथाकथित प्रधान प्रतिनिधि द्वारा किया जाता है। इतना ही नहीं गांव के आधा दर्जन लोगों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने कभी मनरेगा में काम नहीं किया लेकिन उनके खाते में पारिश्रमिक का भुगतान किया गया। यह रुपया कथित प्रधान प्रतिनिधि ने सभी से अंगूठा लगवाकर निकाल लिया। ऐसा ही मामला तरकापुर ग्रामीण में भी सामने आया और बिना काम के ही श्रमिकों को भुगतान किया गया। ग्रामीणों ने बताया था कि उनके जाब कार्ड भी प्रधान के पास ही रखे हैं और वे अपने हिसाब से इस्तेमाल करते हैं। इसी तरह से वीरपुर गांव में भी बिना काम किए ही मनरेगा के तहत भुगतान की बात सामने आई थी। खबर प्रकाशित होने के बाद सीडीओ अविनाश सिंह ने तीन अधिकारियों की कमेटी गठित कर तीन दिनों में जांच रिपोर्ट मांगी है।
-वर्जन
बिना काम के भुगतान मामले में तीन अधिकारियों को जांच सौंपी गई है। मंगलवार तक इसकी रिपोर्ट मिल जाएगी जिसके आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
- अविनाश सिंह, सीडीओ, मीरजापुर