जापान की टीम ने ली ईडीसी अध्यक्ष व सदस्यों से जानकारी
हलिया कैमूर वन्यजीव में जापान सरकार की एक एजेंसी जापान बैंक आफ इंटरनेशनल कारपोरेशन की तरफ से भारत सरकार को वन विभाग को धन दिया गया था जो 2017 में समाप्ता हो गया था। उसी प्रोजेक्ट जायका ईडीसी की जानकारी के लिए बुधवार को जापान से आए मिस्टर जकी ने निरीक्षण किया।
जागरण संवाददाता, ड्रमंडगंज (मीरजापुर) : हलिया कैमूर वन्यजीव में जापान सरकार की एक एजेंसी जापान बैंक आफ इंटरनेशनल कारपोरेशन की तरफ से केंद्र सरकार को वन विभाग को धन दिया गया था जो 2017 में समाप्त हो गया था। उसी प्रोजेक्ट जायका ईडीसी की जानकारी के लिए बुधवार को जापान से आए मिस्टर जकी ने निरीक्षण किया।
उन्होंने सबसे पहले भटवारी गांव में स्थित पौधशाला का निरीक्षण किया और वन्यजीव प्रतिपालक से उगाये जा रहे पौधों के बारें में जानकारी ली। इसके बाद टीम बडौहीं स्थित ईडीसी के अध्यक्ष तथा सदस्यता से पूछताछ के लिए पहुंचे। जहां पर ईडीसी अध्यक्ष फुलवंती के नेतृत्व में जापान से आए सदस्य को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। इस दौरान मौजूद ईडीसी के अध्यक्ष का इंटरव्यू लेने के साथ टीम ने सदस्यों के बारे में भी पूछताछ किया। सदस्यों ने बताया कि वर्ष 2011 में अध्यक्ष के लिए चुनाव हुआ था।ईडीसी में कार्य नहीं चल रहा है फिर भी सदस्यों द्वारा प्लांटेशन का देखभाल किया जा रहा है। एनजीओ पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण समिति ने कार्य किया था। बताया कि ईडीसी के प्रशिक्षण से यह फायदा हुआ कि सभी सदस्यों द्वारा वनों की सुरक्षा की जा रही है। मासिक बैठक के बारे़ में भी सदस्यों ने बताया कि मासिक बैठक बंद हो गई है। ईडीसी की समूह पार्वती ने एक लाख तीस हजार से मुर्गी पालन के लिए लिया था लेकिन समिति में धन नहीं आ रहा है। समूहों ने गांव में सिचाई के लिए चेकडैम बनवाने के लिए कहा तथा और भी रोजगार के संबंध में भी जानकारी लिया। जंगल लगने से गांव में जंगली जानवरों के बारे में भी पूछताछ की। जिस पर सदस्य हीरण, जैकाल, सुअर, घड़रोज, तितर आदि जानवारों के बारे में पूरी जानकारी दी। ईडीसी के दोनों समूह पार्वती व जागृति के अध्यक्ष तथा सचिव से टीम ने जानकारी लिया तथा गांव में जायका ईडीसी से कराए गए पौधरोपण तथा बकरी पालन का भी गांव में जाकर निरीक्षण किया और महिलाओं से एक गीत सुना। इस दौरान जायका प्रोजेक्ट के संजय सिंह, वन्यजीव प्रतिपालक जीडी मिश्र, रेंजर अशोक कुमार सिंह, वन दरोगा पन्ना लाल,रामदुलार तिवारी, वन्यजीव रक्षक संतोष कुमार सिंह, सुरेंद्र बहादुर सिंह, राणा प्रताप सिंह, आनंद कुमार, लवकुश शुक्ल, चालक मुन्ना शुक्ल, मानिक चंद आदि मौजूद रहे।