ईओएल एप सर्वे द्वारा दर्ज होगी वंचित परिवारों की कुंडली
सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना-2011 के वंचित व स्वत अंतर्निवेशित परिवारों की सामाजिक स्थिति में परिवर्तन के आकलन के लिए ईज ऑफ लिविग सर्वे (ईओएल) शुरू किया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर यह सर्वे 20 जनवरी से किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : सामाजिक आर्थिक एवं जातिगत जनगणना-2011 के वंचित व स्वत: अंतर्निवेशित परिवारों की सामाजिक स्थिति में परिवर्तन के आकलन के लिए ईज ऑफ लिविग सर्वे (ईओएल) शुरू किया जा रहा है। ग्राम पंचायत स्तर पर यह सर्वे 20 जनवरी से किया जाएगा। जिसके लिए सोमवार को ब्लाक सभागार में खंड विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस सर्वे में ब्लाक की 96 ग्राम पंचायतों में 14 से 16 हजार परिवारों की सूचनाएं दर्ज की जाएंगी जिसके लिए प्रत्येक गांव में प्रतिदिन 20 परिवारों की सूचनाओं का संकलन निर्धारित प्रश्नोत्तरी के माध्यम से ईओएल एंड्रायड एप पर किया जाएगा। ब्लाक सभागार में उपस्थित ग्राम पंचायत सचिवों, ग्राम विकास अधिकारियों, रोजगार सेवकों व स्वच्छताग्राहियों को प्रशिक्षण देते हुए बीडीओ ने सर्वे कैसे करें इस बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि सेक एसईसीसी के मुताबिक कुछ लोग सूचीबद्ध कर लिए गए थे, लेकिन किसी कारणवश कई परिवार सूची में शामिल नहीं हो पाए थे। ईओएल सर्वे के माध्यम से वंचित लोगों की जांच पड़ताल करके उन्हें सूची में शामिल किया जाएगा। सर्वे ग्राम पंचायत स्तर पर होना है इस लिए इसमें ग्राम सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक को शामिल किया गया है। ईज ऑफ लिविग सर्वे (ईओएल) मोबाइल एप द्वारा किया जाएगा। यह एप केंद्र सरकार ने तैयार किया है। इसमें उन लोगों को शामिल किया जाएगा जो सूची में शामिल नहीं है। इस दौरान सहायक विकास अधिकारी सहकारिता रमाकांत मिश्र, आइएसबी रवींद्र सिंह, कृषि केके सिंह, प्रभारी पंचायत कृष्ण कुमार सिंह, प्रशिक्षण सहायक आशीष विश्वकर्मा, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी राजेश वर्मा, अजय प्रताप सिंह, धर्मेंद्र सिंह, प्रिया सिंह, आदि थे।
प्रश्नोत्तरी से तैयार किया जाएगा हर परिवार का ब्योरा
ईओएल सर्वे के दौरान प्रश्नोत्तरी में एलपीजी कनेक्शन, वर्ष में लिए गए सिलेंडर, विद्युत कनेक्शन, जीवन बीमा, टीकाकरण, स्वास्थ्य सुधार, स्कूली शिक्षा, स्वयं सहायता समूह, आवास योजना समेत योजनाओं के लाभार्थी होने न होने के सवाल है। परिवार के मुखिया के जवाब के आधार पर ब्योरा दर्ज होगा। आयुष्मान कार्ड, पेंशन, मनरेगा जॉब कार्ड, कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षण, सेवा योजना कार्ड, बैंक खाता व मोबाइल नंबर समेत सभी जानकारी जुटाई जाएगी।
सरकारी योजनाओं में फर्जीवाड़ा रोकेगा ईओएल सर्वे
ईज ऑफ लिविग सर्वेक्षण से फर्जीवाड़ा भी रुकेगा। अधिकारी ब्योरा अपलोड करने के बाद एक क्लिक पर कौन व्यक्ति व परिवार सरकार की किस योजना के लिए पात्र है, पल भर में आकलन कर लेंगे। इससे अपात्रों के सरकारी योजनाओं के लाभ लेने पर अंकुश भी लगेगा, साथ ही पात्रों को इसका लाभ मिल सकेगा।