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जनपदवासी हो गए हाईटेक एप से करा रहे हैं उपचार

डिजिटल इंडिया की मुहिम इस कोरोना काल में काफी अच्छे परिणाम दे रही है। एक तरफ से आरोग्य सेतु एप से जहां लोग घर बैठे कोरोना को मात देने में सफल हो रहे हैं। वहीं जिले के लोग अब ई.संजीवनी एप से बिना किसी अस्पताल गए अपने किसी भी बीमारी का इलाज भी

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 09:06 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 06:05 AM (IST)
जनपदवासी हो गए हाईटेक
एप से करा रहे हैं उपचार
जनपदवासी हो गए हाईटेक एप से करा रहे हैं उपचार

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : डिजिटल इंडिया की मुहिम इस कोरोना काल में अच्छे परिणाम दे रही है। एक तरफ से आरोग्य सेतु एप से लोग घर बैठे कोरोना को मात देने में सफल हो रहे हैं। जिले के लोग अब ई-संजीवनी एप से बिना किसी अस्पताल गए अपने किसी भी बीमारी का इलाज करा ले रहे हैं। अभी तक 427 लोगों का एप के जरिए सफल उपचार हो चुका है। एप के जरिये इलाज करने में मीरजापुर को प्रदेश में पांचवा स्थान मिला है।

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जिले में मंडलीय चिकित्सालय समेत 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 46 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 186 स्वास्थ्य उपकेंद्र हैं। इन केंद्र पर आने वाले सभी मरीजों को भी एप के जरिए इलाज की सलाह दी जा रही है। सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को ई-संजीवनी एप को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग की कोशिश है कि ओपीडी जैसी सुविधा ई-संजीवनी एप के जरिए लोगों को उनके घर पर ही मिल सके। इस एप के प्रति बढ़ते लगातार रूझान पर उन्होंने कहा कि जल्द जिले का हर दूसरा तीसरा आदमी इस एप के जरिए उपचार कराता हुआ मिलेगा।

ई-संजीवनी एप से ऐसे होता है इलाज

ई-संजीवनी एप के जरिए कोई भी व्यक्ति सोमवार से शनिवार के बीच सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक स्वास्थ्य संबंधी परामर्श ले सकता है। इसके लिए आपके पास सिर्फ एक स्मार्ट फोन होना चाहिए। आप अपने फोन पर जैसे ही ई-संजीवनी एप डाउनलोड करेंगे। एप आपसे कुछ जानकारी मांगेगा जिसे फीड करते ही आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर ओटीपी आएगा। यह ओटीपी आपको तत्काल फीड करना होगा। इस पूरी प्रक्रिया के मात्र 10 मिनट के अंदर ही डॉक्टर का फोन आ जाएगा। यह फोन प्रदेश में बने किसी भी टेलीमेडिसीन हब से आ सकता है। फिर आप डॉक्टर को समस्या बता दीजिए। इसके पांच मिनट के अन्दर ही आपके मोबाइल पर दवा की पर्ची आ जाएगी। दवाएं भी ऐसी बताई जा रही हैं जो किसी मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल सकें।

लाभार्थियों ने भी सराहा

ककहरा गांव के प्रवेश तिवारी ने बताया कि वह बारिश में भीग गए थे। बाद में बुखार आ गया। 13 जुलाई को संचारी अभियान में स्वास्थ्यकर्मी गृह भ्रमण पर आए। स्वास्थ्यकर्मियों को बुखार के बारे में बताया। उन लोगों ने ई-संजीवनी एप के बारे में जानकारी दी। फिर उन्होंने एप के जरिए स्वास्थ्य लाभ लिया, आज वह पूर्ण स्वस्थ हैं।

वर्जन

ई-संजीवनी एप से बिना किसी अस्पताल गए किसी भी बीमारी का इलाज भी करा सकते हैं। इसके लिए मोबाइल पर आने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं जिसे बताने के बाद इलाज शुरू हो जाता है।

डा. ओपी तिवारी मुख्य चिकित्साधिकारी


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