जनपद के 158 मदरसों पर लटके ताले, पांच तक मौका
मीरजापुर जनपद में उर्दू शिक्षा की तालीम देने के खोले गए 15
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जनपद में उर्दू शिक्षा की तालीम देने के खोले गए 158 मदरसों पर आखिरकार तालाबंदी हो ही गई। इन मदरसों द्वारा एकीकृत जिला शैक्षिक सूचना प्रणाली (यू-डायस) के लिए विद्यालयों को डीसीएफ (डाटा कैप्चर फॉर्मेट) नहीं भरने से मामला पकड़ में आया। जिसके बाद जिला अल्पसंख्यक विभाग और जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा कई बार चेतावनी जारी किया गया था। बावजूद इसके इनके मदरसा संचालकों ने रूचि नहीं ली। हांलाकि जिला अल्पसंख्यक अधिकारी विनोद जायसवाल ने कहा कि बंद होने वाले मदरसों को एक आखिरी मौका दिया जा रहा है। मदरसा संचालक पांच जुलाई तक पढ़ने वाले बच्चों की सूची जमा कर दे अन्यथा इसके बाद स्वत: मदरसा की मान्यता प्रत्याहरण कर दिया जाएगा। दैनिक जागरण में बीते दिनों 17 जून को 'जनपद के 158 मदरसों पर लटक सकते हैं ताले' शीर्षक से खबर को पेज संख्या छह पर प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी विनोद जायसवाल के अनुसार वर्तमान समय में जनपद में 374 मदरसा संचालित हो रहे हैं। जिसमें से रिजविया जफराबाद नरायनपुर, मदरसा वारसी मार्डन निस्वा मलाधरपुर कोन, मदरसा रहमाने रहीम वीजरकला छानबे, मदरसा अल जायमतुल धनौता डोमनपुर, मदरसा अर्श ए गनी रामबाग, मदरसा जीएन मार्डन निस्वा, मदरसा गोसुल आजम निस्वा, ख्वाजा चिश्तिया निस्वा पुरानी अंजही, गौज पाक निस्वा घंटाघर, रशी दिया कछवां, जन्तुल इस्लाम समद कालेज कछवा, मरियम पब्लिक स्कूल कछवां, रहमते नूर दिलेउली छानबे, बीडी मार्डन निस्वा हलिया, आरडी मेमोरियल अरबिक स्कूल जमालपुर, मदर हलीमा कालेज लालगंज बामी, फातिमा राजकीय पब्लिक स्कूल खजुरी, आरफीन पब्लिक स्कूल पचोखरा सहित 158 स्कूलों में तालाबंदी हो रही है।
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