खुदा का इनाम, खुशी से दमकते चेहरों पर दिखा इंसानियत का पैगाम
जागरण संवाददाता मीरजापुर रमजान माह की इबादत और रोजे के बाद जलवा अफरोज हुआ ईद-उ
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : रमजान माह की इबादत और रोजे के बाद जलवा अफरोज हुआ ईद-उल फितर का त्योहार खुदा का इनाम है, मुसर्रतों का आगाज है, खुशखबरी की महक है, खुशियों का गुलदस्ता है, मुस्कुराहटों का मौसम है, रौनक का जश्न है। इसलिए गुरुवार को ईद का चांद नजर आते ही माहौल में एक गजब का उल्लास छा गया और शुक्रवार को मीठी सेवइयों की खुशबू से रिश्तों में मिठास घुली।
शहर हो या गांव सब जगह सादगी के साथ ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया गया। ईद-उल-फितर पर्व को लेकर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने अपने-अपने घरों में ईद की नमाज पढ़ी। जबकि मस्जिदों में चंद लोगों ने ईद-उल-फितर की नमाज अदा कर घर-परिवार, समाज व देश में अमन-चैन की दुआ मांगी। एक-दूसरे को शारीरिक दूरी का खयाल रख बधाई दी। हालांकि बच्चों ने गले मिलकर एक-दूसरे को बधाई दी। सुबह से ही मोबाइल और इंटरनेट के जरिए बधाई देने का सिलसिला प्रारंभ हो गया। ईद को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
सुबह प्रभारी पुलिस अधीक्षक सुभाष चंद्र शाक्य ने पुलिस बल के साथ नगर भ्रमण किया। ईद के दिन सेवई से एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया गया। यूं तो मीठी ईद और सेवइयां एक-दूसरे के पर्याय हैं, लेकिन इसके अलावा और भी कई व्यंजन बनाए गए थे। मीठी सेवइयों की खुशबू से रिश्तों में मिठास घुली। क्या दोस्त-क्या दुश्मन, चारों तरफ मोहब्बत ही मोहब्बत नजर आई। खुशी से दमकते चेहरों पर इंसानियत का पैगाम दिखा। अल्लाह से दुआएं मांगी और रमजान के रोजे व इबादत की हिम्मत के लिए खुदा का शुक्र अदा की।
कोरोना संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी का फर्ज निभाया। लगातार दूसरी बार कोरोना ने ईद की रौनक पर पानी फेर दिया, लेकिन इबादत और खुशियों में कोई कमी नहीं आई। ईद-उल-फितर के अवसर पर मुस्लिम धर्मावलंबियों ने कोरोना संक्रमण से निजात पाने व मानव कल्याण की कामना की।