बेसिक शिक्षा विभाग में स्कूलों के संविलयन में भी खुला खेल
सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को एक इकाई मानकर संविलयन (मर्ज) किया जा रहा है। संविलयन के चलते प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक का पद समाप्त हो रहा है तो इन दोनों विद्यालयों में तैनात वरिष्ठ शिक्षक को प्रभारी बनेंगे। इसके साथ ही एमडीएम का खाता यूडायस कोड्र और विद्यालय प्रबंध समिति भी एक हो जाएगी। इसके चलते अब संविलयन में खेल शुरु हो गया है। अपने चहेतों को लाभ दिलाने के लिए इनके द्वारा एक ही परिसर में संचालित हो रहे कई स्कूलों का नाम संविलयन सूची में से ही गायब कर दिया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों को एक इकाई मानकर संविलयन (मर्ज) किया जा रहा है। संविलयन के चलते प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक का पद समाप्त हो रहा है तो इन दोनों विद्यालयों में तैनात वरिष्ठ शिक्षक को प्रभारी बनेंगे। एमडीएम का खाता, यूडायस कोड्र और विद्यालय प्रबंध समिति भी एक हो जाएगी। इसके चलते अब संविलयन में खेल शुरू हो गया है। चहेतों को लाभ दिलाने के लिए इनके द्वारा एक ही परिसर में संचालित हो रहे कई स्कूलों का नाम संविलयन सूची में से ही गायब कर दिया जा रहा है।
वर्तमान समय में जनपद में 1611 प्राथमिक और 601 उच्च प्राथमिक सहित 2216 स्कूल संचालित हो रहे है। जिसमें से एक ही परिसर में संचालित हो रहे 387 स्कूलों का संविलयन किया जाएगा। सरकार की मंशा है कि इससे स्कूलों में शिक्षकों की बढ़ोत्तरी होने से शिक्षण गुणवत्ता में सुधार आ सकेगा। इससे शिक्षकों की कमी भी दूर हो सकेगी। खंड शिक्षा अधिकारियों की लापरवाही के चलते सरकार की योजना मूर्तरूप नहीं ले पा रही है। सीखड़ ब्लाक में ही प्राथमिक विद्यालय मझवां तरास, कठेरवां, जोगी भोगी, पूरनपट्टी मवैया प्रथम और रूदौली को संविलयन किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ एक दूसरे से सटे प्राथमिक विद्यालय विदापुर, मंगरहा, सुरसी, बटौवा, पाहो को सूची में शामिल नहीं किया गया है। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की पदोन्नति के आधार उनकी वरिष्ठता सूची तय होती है। बावजूद इसके संविलयन के बाद वरिष्ठता तय करने में अंतरजनपदीय शिक्षकों की वरिष्ठता की अनदेखी की जा रही है।
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वर्जन
जनपद में एक ही परिसर में स्थित स्कूलों का संविलयन करते हुए सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मामला संज्ञान में आया है, इसके मददेनजर संविलयन वाले स्कूलों की जांच खंड विकास अधिकारी से कराई जाएगी। संविलयन में अनियमितता मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी व प्रभारी बीएसए।