पूर्व प्रधान हत्याकांड पुलिस के गले का बना फांस
घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन टीमें लगी फिर भी बीते दस दिन नाकाम हुई तेज तर्रार स्वा
घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन टीमें लगी फिर भी बीते दस दिन
नाकाम हुई तेज तर्रार स्वाट टीम, चला रही अंधेरे में तीर
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पूर्व प्रधान राजेश यादव हत्याकांड का मामला उलझ गया है। पहेली बने इस हत्याकांड को खोलने के लिए पुलिस दिनरात मेहनत कर रही हैं, लेकिन अभी तक उसे सफलता नहीं मिली है। वह अंधेरे में तीर चलाकर हत्यारोपितों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है, फिर उसके हाथ अभी तक कोई सुराग नहीं लगे हैं। हां पुलिस के निशाने पर कुछ लोग जरूर है, जिनको टारगेट कर पुलिस जांच कर रही है। इस घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन टीमें लगी बावजूद इसके दस दिन का समय बीत गया है। तेज तर्रार स्वाट टीम भी फेल हो गई है।
पटेहरा चौकी क्षेत्र के हड़रौरा गांव निवासी पूर्व प्रधान राजेश यादव की अज्ञात बदमाशों ने 20 नवंबर की रात देहात कोतवाली के बेलहरा मोड़ पर ढाबे से घर जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश वहीं क्षेत्र में गायब हो गए। इसके चलते वे पकड़े नहीं जा सके। बताया जाता हैं कि पूर्व प्रधान एवं प्रधान ढाबा के मालिक राजेश यादव का कई लोगों से दुश्मनी थी। गांव में प्रधानी को लेकर कुछ लोगों से विवाद चल रहा था तो ढाबे के पास जमीन की प्लांटिग कर रहे कुछ लोगों से भी रास्ते को लेकर मनमुटाव था। कहा जाता हैं कि रास्ते को लेकर झगड़ा भी हुआ था। इसके अलावा अनगढ़ पर एक जमीन को लेकर भी राजेश का किसी प्लाटर से विवाद हुआ था। इन्हीं लोगों के बीच के किसी ने राजेश की हत्या करायी हैं। इन्हीं सब बिदु को पुलिस हत्या का कारण मानकर जांच कर रही है। पुलिस का मानना हैं कि जल्द ही हत्योपित पुलिस की गिरफ्त में होंगे, क्योंकि पुलिस को हत्याकांड के मामले में कुछ सुराग मिले हैं। जिनपर पुलिस काम क रही है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।