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बेचूबीर मेले में अंतिम दिन पहुंची पांच लाख की भीड़

बेचूबीर मेले के तीसरे दिन रविवार को लगभग पांच लाख लोगों ने मेला स्थल पर बेचूबीर की चौरी पर माथा टेका। देर रात तक लोगों के आने का क्रम लगातार बना रहा।

By JagranEdited By: Published: Sun, 18 Nov 2018 08:18 PM (IST)Updated: Sun, 18 Nov 2018 11:23 PM (IST)
बेचूबीर मेले में अंतिम दिन  पहुंची पांच लाख की भीड़
बेचूबीर मेले में अंतिम दिन पहुंची पांच लाख की भीड़

जागरण संवाददाता, अहरौरा (मीरजापुर) : बेचूबीर मेले के तीसरे दिन रविवार को लगभग पांच लाख लोगों ने मेला स्थल पर बेचूबीर की चौरी पर माथा टेका। देर रात तक लोगों के आने का क्रम लगातार बना रहा। वही तीसरे दिन भी मेला क्षेत्र में दु‌र्व्यव्यवस्था बरकरार रही। बरहिया माई चौरी के सामने भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु महिला-पुरुष हाथ में अगरबत्ती, माला, फूल लेकर खेलते हबुआते रहे। इस दौरान जगह-जगह जाम लगा रहा जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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बेचूबीर मेले में दूर दूर से आए श्रद्घालुओं के अलावा स्थानीय लोगों की भी भारी भीड़ अंतिम दिन उमड़ पड़ी। जिससे मेला क्षेत्र में तिल रखने भर की भी जगह नहीं बची। क्षेत्राधिकारी आपरेशन ने दोपहर से ही मेला स्थल पर पहुंच कर कैंप किया और सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाले रखी। भकसी नदी में लोग कर रहे हैं स्नान

बेचूबीर चौरी पर माथा टेकने के लिए जाने वाला हर श्रद्धालु भकसी नदी में स्नान करने के बाद अपने भींगे वस्त्र वहीं नदी किनारे छोड़ कर दर्शन पूजन को जा रहे थे। मान्यता है कि अगर किसी को कोई प्रेत बाधा हैं तो वह स्नान करके नदी के किनारे अपना भींगा वस्त्र छोड़ने से प्रेतबाधा से मुक्ति पाता है। मेला के तीसरे दिन दिखा अजब-गजब

बेचूबीर मेला के तीसरे एव अंतिम दिन अजब गजब का नजारा देखने को मिला। हर तरफ महिलाएं हबूआती खेलती नजर आईं। चारों ओर बेचूआ रे बेचूआ की गूंज से पुरा मेला क्षेत्र गूंज रहा था। बेचूबीर मेला धाम पर दो चौरी विराजमान है। पहली चौरी बेचू यादव की है जिसके पुजारी ब्रजभूषण यादव है। इस चौरी पर सबसे अधिक भीड़ दर्शन करने वालों एवं अपनी मनौती मांगने वालों की होती है। दूसरी चौरी पहली चौरी से लगभग एक किलोमीटर पश्चिम उत्तर तरफ स्थित है। यह बरहिया माई की चौरी है। जिनको बेचू यादव की पत्नी के रूप में लोग जानते है। यहां के पुजारी दल¨सगार यादव हैं। इस चौरी पर महिलाए खेलती हबुआती हैं। यहां श्रद्धालु नारियल चुनरी सहित अन्य चढ़ावा चढ़ाते दिखाई दिए।


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