तहसीलों में सत्यापन के नाम पर अटकी आवास की फाइल
तहसील कर्मचारियों खासकर लेखपालों की कारगुजारी से आम जनमानस त्रस्त है। लेखपालों की लापरवाही के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सत्यापन रिपोर्ट महीनों से तहसीलों में अटकी पड़ी है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : तहसील कर्मचारियों खासकर लेखपालों की कारगुजारी से आम जनमानस त्रस्त है। लेखपालों की लापरवाही के चलते प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की सत्यापन रिपोर्ट महीनों से तहसीलों में अटकी पड़ी है। लेखपालों द्वारा सत्यापन रिपोर्ट नगर पालिका परिषद के डूडा कार्यालय को नहीं भेजा जा रहा है। इसके चलते आवास की पहली किश्त लाभार्थियों को नहीं भेजी जा सकी है। हालात यह है कि वर्तमान समय में नगर पालिका परिषद मीरजापुर, चुनार व अहरौरा तथा नगर पंचायत कछवां में लगभग 3488 लाभार्थी आवास की पहली किश्त का इंतजार कर रहे हैं।
एक अदद आवास की आस में सत्यापन कराने के लिए लाभार्थी तहसीलों का चक्कर लगा रहे हैं। वहीं डूडा कार्यालय पर भी लाभार्थियों की भीड़ आवास की किश्त पहुंचने की जानकारी लेने के लिए पहुंच रहे हैं। मीरजापुर जनपद में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 2022 तक लगभग 30 हजार आवास बनवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से मार्च 2019 तक ही 8390 आवास को पूर्ण करने का लक्ष्य था। लेकिन विभागीय खींचातानी के चलते आज भी 3488 आवास की पहली किश्त तक नहीं भेजी जा सकी है। आवास के लिए 50 हजार की पहली, 1 लाख 50 हजार की दूसरी व 50 हजार की तीसरी किश्त भेजी जाती है।
वर्जन
प्रधानमंत्री आवास के आवेदकों का सत्यापन कार्य तेजी से चल रहा है। लगभग 50 प्रतिशत आवेदनों का सत्यापन कार्य पूर्ण कराकर रिर्पोट भेजी जा चुकी है, शेष का भी जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया गया है। बाढ़ आपदा में लेखपालों के लगने के कारण सत्यापन में थोड़ा विलंब हुआ है, लेकिन कार्य तेजी से चल रहा है।
- गौरव श्रीवास्तव, एसडीएम सदर, मीरजापुर।