बालगृह में बालिकाओं से लिया फीडबैक
महिला संरक्षण निरीक्षण समिति की अध्यक्ष व जज लवली जायसवाल शुक्रवार को पक्का पोखरा स्थित बाल गृह का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने बारी-बारी से यहां रहने वाली लड़कियों से जानकारी ली और स्टाफ को कई निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी दस्तावेज व रजिस्टर की बारीकी से जांच की। कई जगहों पर खामियां मिलने पर उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की। इस दौरान बाल गृह का स्टाफ मौजूद रहा।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : महिला संरक्षण निरीक्षण समिति की अध्यक्ष व जज लवली जायसवाल शुक्रवार को पक्का पोखरा स्थित बाल गृह का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने बारी-बारी से यहां रहने वाली लड़कियों से जानकारी ली और स्टाफ को कई निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने सभी दस्तावेज व रजिस्टर की बारीकी से जांच की। कई जगहों पर खामियां मिलने पर उन्होंने नाराजगी भी व्यक्त की। इस दौरान बाल गृह का स्टाफ मौजूद रहा। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे जज लवली जायसवाल व आकृति गौतम टीम के साथ पक्का पोखरा स्थित बाल गृह पहुंची। वहां उन्होंने रजिस्टर में दर्ज सभी किशोरियों के बारे में पूछताछ की। इस दौरान सभी किशोरियां वहीं हाल में बैठी रहीं। उन्होंने पिछले दो महीने में कितनी लड़कियां यहां आईं और कितनी चली गईं इसकी भी जानकारी ली। दो लड़कियों को मनोचिकित्सक की जरुरत है जिसके लिए उन्होंने स्टाफ को निर्देशित किया। साथ ही वे युवतियां जो अभी नाबालिग हैं और शादी कर चुकी हैं, उनसे भी जानकारी ली गई। मौजूद स्टाफ ने बताया कि बालिग होने पर इन्हें परिजनों को सौंपा जाएगा। इस दौरान समिति के सदस्य दीपक कुमार श्रीवास्तव, बाल गृह के मैनेजर बलधीर सिंह सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहा। दोबारा भाग आई नसरीन
पूछताछ के दौरान लवली जायसवाल ने नसरीन से यहां तक आने की जानकारी मांगी तो चौंकाने वाला सच सामने आया। 12 वर्षीय नसरीन दोबारा घर से भागकर यहां पहुंची है। स्टाफ ने उन्हें बताया कि एक बार उसे परिजनों को सौंपा गया था। यह मूलरूप से पुलिस कालोनी, देवीस्थान, थाना पटना, बिहार की रहने वाली है। नसरीन ने बताया कि उसकी दीदी ही उसे बार-बार घर से भगा देती हैं। स्टाफ ने बताया कि बच्ची बेहद गरीबी की वजह से यहां लौट आई है क्योंकि यहां बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं।