जागरण संवाददाता, सीखड़ (मीरजापुर) : धान क्रय केंद्र न होने से किसानों के समक्ष धान बेचने की समस्या खड़ी हो गई है। यहां के किसान अपने धान विक्रय के लिए अन्य स्थानों पर बनाए गए क्रय केंद्र का चक्कर लगा रहे हैं। उन्हें उसे बेचने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। अन्य स्थानों के क्रय केंद्र प्रभारियों ने यहां के किसानों के धान खरीदने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इससे किसानों के आगे समस्या खड़ी हो गई है।
सीखड़ क्षेत्र में धान की खेती पहले एक दो गांवों में हुआ करती थी। समयांतराल में लोग अपनी जरूरत मात्र के लिए खेती करना शुरू किए। धीरे-धीरे क्षेत्र में धान की खेती व्यावसायिक ²ष्टि से शुरू की गई। वर्तमान में क्षेत्र के रुदौली, महरक्ष सुरसी, कुशहा, अदलपुरा, आराजीलाइन, पाहों, शिल्पी, भुआलपुर बिट्ठलपुर आदि गांवों में धान की खेती अब बड़े पैमाने पर होनी शुरू हो गई है। ऐसी स्थिति में क्षेत्र में सरकारी धान क्रय केंद्र न होने से किसान अपनी फसल उत्पाद को सरकारी समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए अन्य केंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं। इसके लिए किसानों ने उपजिलाधिकारी चुनार के यहां लिखित रूप से पत्रक सौंपकर मांग की है।
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