पराली जलाने से रोकने के लिए करें व्यापक प्रचार-प्रसार : एडीएम
जागरण संवाददाता मीरजापुर कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम यूपी सिंह की अध्यक्षता में फसल अवशेष
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कलेक्ट्रेट सभागार में एडीएम यूपी सिंह की अध्यक्षता में फसल अवशेष प्रबंधन व पराली नहीं जलाने के संबंध में बैठक शनिवार को हुई। बीएसए गौतम प्रसाद व डीआइओएस देवकी सिंह को निर्देश दिया कि सभी ग्राम पंचायतों में स्कूलों की दिवारों पर स्लोगन, प्राथमिक विद्यालयों के अध्यापकों के माध्यम से रैली, गांव-गांव में डुग्गी पिटवाकर फसल अवशेष न जलाने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार कराएं। किसानों को जागरूक करें कि फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण को नुकसान होता है और मृदा की उर्वरा शक्ति कम होती है। पराली जलाना दंडनीय अपराध है। जुर्माना के साथ ही एफआईआर भी हो सकता है।
डीडी कृषि अशोक उपाध्याय ने बताया कि पराली जलाने से जलवायु के ऊपर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण फसलों की वृद्धि एवं उत्पादन भी प्रभावित होती है। श्वांस संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। खेत में मित्र कीट मरने से उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है। मिट्टी की कार्बन जलकर नष्ट होने से भूमि में कोई भी फसल उगाना एवं उत्पादन करना संभव नहीं होता है। डीएम सुशील कुमार पटेल की अपील के अनुसार किसान फसल अवशेष व पराली को निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल को निश्शुल्क दान करें। पराली दान करने के लिए एकीकृत कंट्रोल रूम नं. 05442-256357 पर संपर्क करें। किसानों के घर से पराली उठाया जाएगा। सहायक प्रादेशिक संगठन आयुक्त (गाइड) रविद्र कौर सोखी को भी गाइड के माध्यम से गांव-गांव में प्रचार कराने को कहा। नगर मजिस्ट्रेट जगदंबा सिंह, डीडी महेन्द्र सिंह, भूमि संरक्षण अधिकारी जीत लाल गुप्ता, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी चुनार स्वाति पाहुजा, डीपीआरओ अरविद कुमार आदि रहे।