पर्यावरण संरक्षण का समूह महिलाओं ने उठाया बीड़ा
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अब रोजगारपरक कार्य करके आत्म निर्भर बनने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाया है। पौधरोपण करके समूह की महिलाएं विध्य की धरा को हरा भरा बनाएगी। मीरजापुर में गठित
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अब रोजगारपरक कार्य करके आत्म निर्भर बनने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण का बीड़ा उठाया है। पौधरोपण करके समूह की महिलाएं विध्य की धरा को हरा भरा बनाएगी। मीरजापुर में गठित 8140 स्वयं सहायता समूह की 87 हजार 929 महिलाएं एक-एक पौधा लगाएंगी।
शासन द्वारा प्रदेश में कुल 25 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है, इसमें वन विभाग द्वारा 10 करोड़ व अन्य 26 विभागों द्वारा 15 करोड़ पौधे लगाए जाने हैं। जिसमें से जनपद मीरजापुर में कुल 50 लाख 59 हजार 280 पौधा रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। उपायुक्त स्वत: रोजगार डा. धनश्यात प्रसाद ने बताया कि जनपद में वर्तमान समय में 8049 समूह सक्रिय हैं, जिसमें से लगभग 84300 हजार महिलाएं सक्रिय रूप से कार्य कर रही हैं। वर्तमान समय में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा जनपद में प्रेरणा कैंटीन, फूलों से अगरबत्ती बनाने, मोमबत्ती निर्माण, कालीन उद्योग, वाहन चलवाने का कार्य किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित प्रेरणा कैंटीन की पानकली वाराणसी स्थित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुखातिब होकर जनपद को गौरवांवित कर चुकी हैं। गरीब प्रेरणा स्वयं सहायता समूह व सिटी ब्लाक के हरिहरपुर बेदौली की अफसाना बेगम के समूह द्वारा तैयार कालीन ने तो प्रतिभा का डंका विदेशों में भी मनवाया है।
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राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की महिलाओं ने देश-विदेश में सफलता का परचम लहराया है। जब बात पृथ्वी को हरा भरा करने की हो तो स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कैसे पीछे रह सकती है। जनपद मीरजापुर में कुल 50 लाख 59 हजार 280 पौधा रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें समूह की 84 हजार 300 महिलाओं को पौधा लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- अविनाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी।