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विध्य कारिडोर से उत्साह, जोर पकड़ने लगी उपरौध कारिडोर की मांग

विध्य कारिडोर को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भी

By JagranEdited By: Published: Mon, 02 Aug 2021 04:04 PM (IST)Updated: Mon, 02 Aug 2021 04:04 PM (IST)
विध्य कारिडोर से उत्साह, जोर पकड़ने लगी उपरौध कारिडोर की मांग
विध्य कारिडोर से उत्साह, जोर पकड़ने लगी उपरौध कारिडोर की मांग

जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : विध्य कारिडोर को लेकर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भी उत्साह दिखाई दे रहा है। लोगों का मानना है कि विध्य कारिडोर के साथ उपरौध कारिडोर को बनाकर इसके साथ जोड़ देने से लालगंज के लोगों को रोजगार की संभावनाएं बनेगी। क्योंकि दोनों कारिडोर को आपस में जुड़ने से आने वाले पर्यटकों से स्थानीय लोगों को लाभ प्राप्त होगा। इसको लेकर विध्य कारिडोर के साथ उपरौध कारिडोर बनाए जाने की मांग जोर पकड़ रही है।

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विध्य कारिडोर के शिलान्यास के लिए आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री एवं मुख्यमंत्री को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्सुकता है। लालगंज क्षेत्र के ग्रामीण उपरौध कारिडोर बनाए जाने की मांग लंबे समय से लोग कर रहे हैं। पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो रहे धार्मिक स्थल गड़बड़ाधाम, कोटारनाथ, लालगंज स्थित विष्णु भगवान मंदिर व माता लक्ष्मी, दुर्गा की अष्टधातु की मूर्ति का मंदिर और विजयपुर स्थित मां शीतला धाम के साथ छानबे के बदेवरा नाथ धाम को मिलाकर कारिडोर का स्वरूप दिए जाने की जरूरत हैं। क्षेत्रीयजनों का कहना कि विध्य कारिडोर से उपरौध क्षेत्र के धार्मिक स्थलों को जोड़ दिया जाएगा तो पर्यटन उद्योग को बढावा मिलने के साथ स्थानीय लोगों का विकास होगा। बीटेक इंजीनीयर बलिस्टर मिश्र, वीपी दुबे, सत्यम गुप्ता, गोलू पटेल का कहना है कि उपरौध कारिडोर बनने के साथ विध्य कॉरिडोर से जोड़ने की जरूरत है। इसी प्रकार की बात युवा व्यवसाई राजकुमार केशरी, शारदा प्रसाद केशरी का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग सात फोरलेन सड़क निर्माण होने के कारण विध्य कारिडोर को सीधे लाभ होगा। दुबार कलां निवासी कानपुर में नेट की तैयारी कर रहे प्रिस कुमार पांडेय का कहना है कि उपरौध कॉरिडोर से विध्य कारिडोर को जोड़ने की जरूरत है। अधिवक्ता चंद्रदत्त त्रिपाठी एवं पन्नालाल पटेल का कहना है कि पर्यटन की अपार संभावनाएं है। यदि उपरौध कॉरिडोर मूर्तरूप ले लिया तो यह क्षेत्र पर्यटन के मानचित्र पर आ जाएगा।


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