बजट के अभाव में रुका निर्माणाधीन रेलवे द्वितीय प्रवेश द्वार का कार्य
बजट के अभाव में रूका निर्माणाधीन रेलवे द्वितीय प्रवेश द्वार का कार्य
बजट के अभाव में रुका निर्माणाधीन रेलवे द्वितीय प्रवेश द्वार का कार्य
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : यात्रियों की सुविधाओं को देखते हुए रेलवे प्रशासन की ओर से द्वितीय प्रवेश द्वार का निर्माण कराया जा रहा है, लेकिन पांच दिन से काम पूरी तरह से ठप पड़ा है। हालांकि अभी तक पचास फीसद कार्य कराया जा चुका है। रेलवे की ओर से बजट न मिलने के कारण कार्यदायी संस्था की ओर से काम नहीं किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट तीन करोड़ का है और वर्ष 2018 में निर्माण कार्य शुरू कराया गया था, लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो सका, जबकि रेलवे की ओर से दावा किया जा रहा था कि जुलाई 2022 तक काम को पूरा कर लिया जाएगा।
22 जुलाई वर्ष 2018 को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने द्वितीय प्रवेश द्वार के लिए शिलान्यास किया गया था, इसके बाद कार्यदायी संस्था मेसर्स मनोज कुमार सिंह की ओर से निर्माण कार्य तेजी के साथ शुरू कराया गया, लेकिन बीच में बजट अभाव में कई बार काम पर विराम लग चुका है। इसके बाद कोरोना संक्रमण के चलते काम में देरी हुई। कोरोना संक्रमण का खतरा कम हुआ तो काम तेजी के साथ शुरू हुआ, लेकिन बीच में भी कई बार काम में देरी होता चला गया। हालांकि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि काम होने में अभी काफी समय लग सकता है। भवन पूरी तरह से अधूरा पड़ा है, इसमें फिनिसिंग बाकी है, दरवाजे पल्ले लगने हैं, शीशे व ग्रेनाइट का काम बाकी और रेलिंग लगनी है। मुख्यद्वार के साथ एक तरफ की बाउंड्रीवाल तथा कार पार्किंग नहीं बनी है। दिव्यांग शौचालय, यूरिनल वाशिंग का काम शेष है। टंकी रखी गई है, पानी का कनेक्शन नहीं है। इस संबंध में एडीईएन रेलवे पीके मंडल ने बताया कि कुछ कारणों से काम बंद है, जल्द शुरू हाे जाएगा। वही एनसीआर के पीआरओ अमित कुमार सिंह ने बताया कि बजट की कमी नहीं होनी चाहिए।