बिखराव की राह पर तो नहीं चल पड़ी जिला कांग्रेस
जागरण संवाददाता मीरजापुर पूर्व विधायक मड़िहान व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष्
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पूर्व विधायक मड़िहान व उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ललितेशपति त्रिपाठी के कांग्रेस से इस्तीफा देते ही कहीं जिला कांग्रेस में बिखराव तो नहीं शुरु हो गया। उनके समर्थन में बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता लगातार अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। वहीं ललितेशपति त्रिपाठी के सपा अथवा बसपा में जाने के कयास जनता में लग रहे हैं। ऐसे में समर्थकों ने गुरुवार को ब्रह्मचारी का कुआं स्थित जयनाथ उत्सव भवन में बैठक की। अध्यक्षता जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश त्रिपाठी और संचालन पूर्व उपाध्यक्ष व पूर्व प्रवक्ता दया शंकर पांडेय ने किया। कार्यक्रम के माध्यम से सैकड़ों कार्यकर्ता अपनी दुविधा का समाधान ढूंढने के लिए एकत्रित हुए थे बावजूद इसके हालांकि बैठक के बाद भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
किसान कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान अध्यक्ष रवि दूबे ने कहाकि उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष व पूर्व मड़िहान विधायक ललितेशपति त्रिपाठी ने विचलित करने वाला कदम उठाया। चार पीढि़यों से कांग्रेस पार्टी की सेवा में लगे रहे पंडित कमलापति त्रिपाठी के प्रपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी ने आखिर ऐसी कौन सी परिस्थिति में पार्टी और अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। लेकिन शीर्ष नेतृत्व अपने घमंड में चूर है। ललितेशपति त्रिपाठी से बात करना चाहिए और कार्यकर्ताओं के समक्ष कारण स्पष्ट करना चाहिए। मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र के लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष आदिवासी समुदाय से सुरेश कोल ने कहाकि पूर्व विधायक ने किस कारण से त्यागपत्र दे दिया। यह राहुल गांधी, प्रियंका वाड्रा एवं सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश्वर प्रसाद दुबे ने कहा कि ललितेश पति त्रिपाठी पूर्वांचल के ब्राह्मणों की शान है। अगर उनको किसी बात से ठेस पहुंची है तो केवल उन्हीं का अपमान नहीं है। यह समूचे सवर्ण समाज का अपमान है। उपाध्यक्ष शिवानी साइन ने कहाकि हम खुले मंच से उनका समर्थन करते हैं। संजय पांडेय, शाश्वत, रमाकांत तिवारी, रमेश पटेल, शारदा प्रसाद मिश्र, लक्ष्मी राजभर, रणजीत बेलदार, राम पांडेय, रंग बहादुर सिंह, होरीलाल, रामनाथ दुबे, भारतेंदु यादव ने संबोधित किया। इनके साथ सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने त्यागपत्र देने की घोषणा की।