दीदी के झोले में चलता फिरता पुस्तकालय, बहा रहीं ज्ञान की गंगा
फोटो 0220- सरोकार सुशिक्षित समाज - जरूरतमंद बच्चों के लिए पढ़ाई में मददगार बन रहीं
फोटो : 02,20- सरोकार : सुशिक्षित समाज
- जरूरतमंद बच्चों के लिए पढ़ाई में मददगार बन रहीं शिखा व पूर्णिमा
- लोगों की सोच बदलने को भागीरथ प्रयास कर रहीं दोनों सहेलियां
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : कौन कहता है कि आसमां में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों.! इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया है कि नगर के महुवरिया की रहने वाली दो सहेलियों शिखा मिश्रा व पूर्णिमा सिंह ने। कोविड-19 के दौर में पढ़ाई बंद होने पर घर लौटी शिखा मिश्रा ने अपनी सहेली पूर्णिमा सिंह के साथ बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया। बस फिर क्या था झोले में किताबों को भरकर चलता फिरता पुस्तकालय लेकर दोनों सहेलियां ज्ञान की गंगा बहाने के लिए भागीरथ प्रयास पर निकल पड़ी।
दोनों सहेलियां बच्चों की मांग के अनुसार नियमित किताबें झोले में भरकर लाती हैं और पढ़ने के लिए देती हैं। वर्तमान समय में दोनों सहेलियां लगभग 15 जरूरतमंद बच्चों को नियमित रूप से निश्शुल्क पढ़ा भी रही हैं। पढ़ाई के साथ ही बच्चों को पेज व पेंसिल देकर उनके विचार को भी कलमबद्ध करती हैं। उनकी लालसा है कि मीरजापुर जनपद को और अधिक बेहतर बनाने के लिए अच्छे कार्य किए जाए। पूर्णिमा और शिखा का कहना हैं सब सरकार नहीं कर सकती हमारी भी नैतिक जिम्मेदारी है। हम अपने शहर को और अच्छा बनाने के लिए कुछ अलग कार्य करें। कक्षा के दौरान दोनों सहेलियों द्वारा विषयों को बारीकी से पढ़ाया जाता है। छात्र-छात्राओं को कहानी सुनाने की कला में भी पारंगत बना रही हैं।
---------- आपदा ने बदली सोच
कोरोना के चलते गैर प्रांतों में रहकर पढ़ने वाले होनहारों को घर लौटना पड़ा। ऐसे में कुछ तो घर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं तो शिक्षा मिश्रा व पूर्णिमा सिंह ने आपदा को अवसर में बदलते हुए बच्चों को पढ़ाने का निर्णय लिया, जो आज दूसरों के लिए मिसाल बन रहा है।
----------- आत्मरक्षा का हुनर सीख रहीं बालिकाएं
कक्षा के साथ ही लड़कियों को आत्मरक्षा का हुनर भी सिखा रही हैं। शिखा मिश्रा ने बताया कि बालिकाओं के लिए आत्मरक्षा की कला सीखना बहुत जरूरी है, जिससे विपत्ति के समय अपनी रक्षा स्वयं कर सकें।
---------- फिट रहने को मनोयोग से सीख रहे योग
बरियाघाट में चलने वाले कक्षा में पढ़ाई के साथ साथ रोचक भी बनाया जाता है। पूर्णिमा सिंह व शिखा मिश्रा द्वारा पढ़ने वाले बच्चों को फिट रहने का भी हुनर सिखाया जाता है। इनके द्वारा बच्चों को बीच बीच में योगा के साथ ही पीटी भी कराया जाता है। जागरण डाट काम की खबर को पीएम मोदी ने सराहा
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जागरण डाट काम पर प्रसारित खबर ''दीदी के झोले में चलता-फिरता पुस्तकालय, बहा रहीं ज्ञान की गंगा'' को काफी सराहा है। उन्होंने मन की बात में ट्वीट करते हुए कमेंट लिखा कि “उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में दो युवा लड़कियां मिल कर चला रहीं चलता फिरता पुस्तकालय''। पीएम मोदी द्वारा मन की बात में उनके प्रयासों का ट्वीट के माध्यम से सराहे जाने से दोनों सहेलियां गदगद हैं। पूर्णिमा सिंह ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा ट्वीट करने से उनके प्रयासों को आत्मबल मिला है, जो अनवरत जारी रहेगा।