दुर्गा मंदिर पर उमड़े श्रद्धालु, मांगी मुरादें
तहसील क्षेत्र के अहरौरा पट्टी कला स्थित दुर्गाजी मंदिर पर तीज के तीसरे दिन बुधवार को ऋषिपंचमी के अवसर पर आयोजित कजरहवा मेला में पचास हजार से अधिक श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। जिससे मंदिर परिसर पूरा भक्तों से पटा रहा।
जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : तहसील क्षेत्र के अहरौरा पट्टी कला स्थित दुर्गाजी मंदिर पर तीज के तीसरे दिन बुधवार को ऋषिपंचमी के अवसर पर आयोजित कजरहवा मेला में पचास हजार से अधिक श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा। जिससे मंदिर परिसर पूरा भक्तों से पटा रहा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा का दर्शन पूजन कर मेले का लुत्फ उठाया। मेला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत का सामना करनी पड़ी।
मेले में मंगलवार की सुबह से ही लोगों की भीड़ इकट्ठा होनी शुरू हो गई। शाम होते-होते मेला में भीड़ ने विकराल रूप ले लिया। मेला परिसर के पास लोगों को धक्का मुक्की का भी सामना करना पड़ा। मेला में आए श्रद्धालुओं ने मंदिर में स्थापित दुर्गाजी, कालीजी और मां सरस्वती का दिव्य स्वरूप का दर्शन कर पूजा अर्चना की। मंदिर के पुजारी द्वारा देवी की प्रतिमा का आकर्षक रूप में श्रृंगार किया गया था। भक्त देवी के मनोहारी छवि के दर्शन कर निहाल हो रहे थे। मेला परिसर पर जगह-जगह श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। मान्यता है कि महिलाओं की आस्था दर्शन पूजन में ज्यादा रहती है। क्षेत्र का दुर्गा मंदिर पहाड़ियों पर बसा हुआ है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस पहाड़ के कंदराओं में ऋषि मुनि तपस्या में लीन रहते थे। कई ऋषियों ने यहां तपस्या कर सिद्धि भी प्राप्त किया है।
नवरात्र मेला में बेसहारा पशुओं को पकड़ने को बनी टीम
जासं, मीरजापुर : शारदीय नवरात्र मेला में आने वाले दर्शनार्थियों को बेसहारा पशुओं से परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे बचाने के लिए जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में दो टीम का गठन किया गया है। टीम की निगरानी में बेसहारा पशुओं को पकड़ा जाएगा। पहली टीम में डा. आलोक पांडेय, तेज प्रताप सिंह, मनोज पांडेय, रामसुंदर, रामाश्रय पाल और राम जियावन पाल तथा दूसरी टीम में डा. नवीनचंद्र पांडेय, रणजीत सिंह, सूरज प्रसाद कनौजिया, राजेश कुमार दूबे को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सीवीओ ने कहा कि पहली टीम सुबह आठ से शाम चार बजे तक तथा दूसरी टीम शाम चार बजे से रात्रि 11 बजे तक बेसहारा पशुओं को पकड़ेगी। मेला क्षेत्र में बेसहारा पशु घुमते मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।