रेलवे ट्रैक के बीच नाली ध्वस्त, मानक की अनदेखी
स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक-दो के बीचोबीच में बनी नाली का पुर्ननिर्माण लाखों रुपये की लागत से कराया गया था लेकिन मानक की अनदेखी के चलते छह माह के भीतर ही पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। आरोप है कि नाली निर्माण में मानक की अनदेखी की गई।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक-दो के बीचोबीच में बनी नाली का पुर्ननिर्माण लाखों रुपये की लागत से कराया गया था लेकिन मानक की अनदेखी के चलते छह माह के भीतर ही पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। आरोप है कि नाली निर्माण में मानक की अनदेखी की गई। जिसके कारण ज्यादा दिन नहीं टिक पाई और टूट गई।
दिल्ली से हावड़ा की तरफ जाने वाली ट्रैक व्यस्त रहने वाला माना जाता है। दोनों ट्रैक के बीचोबीच नाली ध्वस्त होने के कारण उसका मलबा नाली में भरने के साथ ट्रैक किनारे फैला हुआ है। जिससे कभी भी हादसा हो सकता है। हालांकि नाली तो पहले से बनी हुई थी लेकिन काफी पुराना होने के कारण रेलवे विभाग ने सुंदरीकरण कर नाली पुर्ननिर्माण कराने का फरमान जारी किया। फरमान जारी होते ही संबंधित विभाग द्वारा पांच छह माह पूर्व ठेकेदार के माध्यम से नाली का निर्माण कराया गया था। इसके बाद ट्रैक मरम्मत का कार्य शुरु हो गया और उसी बीच नाली ध्वस्त होना शुरु हो गया हालांकि ट्रैक बदलने का कार्य अभी भी चल रहा है लेकिन नाली ध्वस्त हो गई है। आरोप है कि नाली में मानक की पूरी तरह से अनदेखी की जाने के कारण ध्वस्त हो गया है।