जिले में बढ़ रहे डेंगू के रोगी, जांच के लिए लैब नहीं
जागरण संवाददाता मीरजापुर जिले में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। आए दिन इसके संदि
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : जिले में डेंगू का कहर बढ़ता जा रहा है। आए दिन इसके संदिग्ध रोगियों में इजाफा होता जा रहा है। इससे आम इंसान के साथ विभाग की भी चिताएं बढ़ रही हैं। सबसे बड़ी दिक्कत इस रोग की जांच के लिए यहां पर कोई लैब ही नहीं है। ऐसे में रोगियों के सैंपल लेकर उसको जांच के लिए बीएचयू भेजा जाता है। इसकी रिपोर्ट आने में कई दिन का समय लग जा रहा है। इससे रोगी की हालत गंभीर हो जाती है।
एक ओर लेाग कोरोना से बचने का उपाय खोज रहे हैं तो दूसरी ओर लोगों को डेंगू ने परेशान कर दिया है। उमस भरी गर्मी के चलते लेाग सर्दी जुकाम व बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि वे डेंगू की जांच कराएं या फिर कोरोना की। फिलहाल जिले में इस समय तेजी से डेंगू के रोगी बढ़ रहे हैं। इनकी रोकथाम के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। विभाग की ओर से यह दावा किया जा रहा कि लोगों को डेंगू रोग से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों से सतर्क रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। डेंगू रोग से जो बचाव के जो उपाय हैं उसका पालन करने की सलाह भी दी जा रही है। मलेरिया विभाग की ओर से दवाओं का गांवों व नगरीय इलाके में छिड़काव किए जा रहे हैं। जिले में डेंगू रोग की जांच को लैब नहीं
जनपद में किसी भी सरकारी अस्पताल के डेंगू रोग की जांच के लिए लैब नहीं है। कोई संदिग्ध रोगी मिलता हैं तो उसका सैंपल लेकर जांच के लिए बीएचयू के लैब में भेजा जाता है। वहां मरीज के सैंपल की जांच होती है। इसके बाद वहां से रिपोर्ट आती है। यहां मिले डेंगू के रोगी
जनपद के पटेहरा के एक व्यक्ति, नगर के पक्का पोखरा निवासी एक युवती, विशालपुरी कालोनी घुरूहूपटटी एक महिला, व मंडलीय चिकित्सालय परिसर के एक व्यक्ति शामिल है। ये है व्यवस्था
जनपद के डेंगू रोग के लिए बचाने के लिए विभाग की ओर से गांव -गांव व नगरीय इलाके में दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। डेगूं के लार्वा मारने के लिए उसमें दवाएं डाली जा रही है। रोग के लक्षण:-
-तेज बुखार, बदन, सिर, जोड़ एवं मांस पेशियों में दर्द
-शरीर का त्वचा पर चकत्ते या लाल दाने निकल जाते है।
-आंखों के पीछे दर्द तथा आंखों को घुमाने पर तेज दर्द होता है।
-जी मिचलना, उल्टी दस्त तथा पेट में दर्द
-प्लेटलेट्स की संख्या का कम होना
- डायबिटीज, रीनल फेल्योर, श्वसन रोगी, किडनी रोगी तथा कम प्रतिरोध क्षमता वाले व्यक्ति में यह रोग गम्भीर हो सकता है एवं रोगी की मृत्यु भी हो सकती है। - रोग से बचाव के उपाय:-
-घरों में काफी दिनों तक रखे पानी को दो दिन पर बदल देना चाहिए।
-पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े को ही पहनें।
-उपयोगी पानी को हमेशा ढंग कर रखना चाहिए
-घर के अगल बगल हमेशा नीम के पत्ती का धुआं हमेशा करते रहना चाहिए।
-जिन स्थानों पर पानी इकट्ठा हो उसे मिट्टी से पाट देना चाहिए।
- रोगी को हमेशा डाक्टरों की सलाह से ही दवा को लेना चाहिए।
वर्जन
डेंगू रोग पर लगाम लगाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसे जागरूकता से ही कम किया जाता सकता है। इसके अलावा दवाओं का भी छिड़काव किया जा रहा है।
- डा. पीडी गुप्ता मुख्य चिकित्साधिकारी