गंगा किनारे बन रही पानी टंकी पर खतरा
एनजीटी के नियमों को दरकिनार करते हुए कार्यदायी संस्था अमृत योजना के तहत नगर के जहान्वीं होटल के पीछे गंगा से मात्र 50 मीटर की दूरी पर पानी की टंकी का निर्माण कर रही है।
जागरण संवाददाता, मीरजापुर : एनजीटी के नियमों को दरकिनार करते हुए कार्यदायी संस्था अमृत योजना के तहत नगर के जहान्वीं होटल के पीछे गंगा से मात्र 50 मीटर की दूरी पर पानी की टंकी का निर्माण कर रही है। जो आने वाले कुछ सालों में गंगा कटान की जद में आ सकती है। इसकी जानकारी होने के बावजूद प्रशासिनक अधिकारी आंख बंद किए हुए है।
गौरतलब हो कि अमृत योजना के तहत लगभग सौ करोड़ की लागत से नगरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए नगर में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इसके लिए तीन स्थानों पर टंकी बनाई जा रही है। इसमें पहली गंगा किनारे दूसरी नगर के घुरहूपट्टी तथा तीसरी लालडिग्गी समेत अन्य स्थान पर शामिल है। इसमें जो गंगा किनारे टंकी बनाई जा रही है उमसें एनजीटी के नियमों को पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है। तेजी से कटान होने के बावजूद कार्यदायी संस्था गंगा से मात्र 50 मीटर की दूरी पर ही टंकी का निर्माण कर रही है। जो कभी भी गंगा कटान की जद में आ सकती है। अगर ऐसा हुआ तो सरकार का लाखों रुपया पानी में बह जाएगा और कोई कोई कुछ नहीं कर पाएगा। मामले की शिकायत कई लोगों द्वारा करने के बावजूद जिला प्रशासन भी इसपर ध्यान नहीं दे रहा है। क्या है गंगा किनारे निर्माण कराने का नियम
एनजीटी के तहत कोई व्यक्ति गंगा के 200 मीटर के दायरे में नया निर्माण नहीं कर सकता है। ना ही उसे विकास प्राधिकरण द्वारा निर्माण करने की अनुमति दी जाएगी। फिर वह इन नियमों को दरकिनार करते हुए मकान या अन्य भवन का निर्माण कर लेता है तो उसे ढहा दिया जाएगा। वर्जन
गंगा के 50 मीटर के दायरे में कार्यदायी संस्था टंकी का निर्माण कर रही है तो गलत है, जांच कराया जाएगा कि किस नियम के तहत कंपनी टंकी का निर्माण रही है। जांच में गलत पाए जाने पर कार्य रोकवाया जाएगा।
- सुशील लाल श्रीवास्तव नगर मजिस्ट्रेट